नई दिल्ली। केंद्र सरकार दिवाली के मौके पर पूर्व सैनिकों को दिवाली वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) का तोहफा दे सकती है। अभी तक सरकार ने महज घोषणा की है और इसका नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। लिहाजा पूर्व सैनिकों की नाराजगी को कम करने के लिए वह दिवाली के मौके इसका तोहफा दे सकती है। इसके साथ ही बिहार चुनाव के खत्म होने का सरकार इंतजार कर रही है। कई सालों से अटकी ओआरओपी योजना को लेकर सरकार और पूर्व सैनिकों के बीच सहमति बनने के बाद अब अगले महीने दिवाली के मौके पर इसे लागू किया जा सकता है।

वन रैंक वन पेंशन को सरकार ने जरूरी कागजी काम पूरे कर लिए हैं और बिहार चुनाव खत्म होने के बाद दिवाली के मौके पर इसे लागू किया जा सकता है। इससे पहले करीब डेढ़ माह तक चले पूर्व सैनिकों के आंदोलन के बाद पांच सितंबर को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पूर्व सैनिकों की मांग को पूरा करते हुए वन रैंक वन पेंशन का ऐलान किया था।

सरकार और सैनिकों के बीच सहमति के मुताबिक वन रैंक वन पेशन योजना 1 जुलाई 2014 से लागू होगी और पूर्व सैनिकों को चार छमाही किश्तों में एरियर और समान पद पर समान पेंशन मिलेगी।  पूर्व सैनिकों की विधवाओं को बकाया एकमुश्त दिया जाएगा।  वन रैंक वन पेंशन के लिए 2013 को आधार वर्ष माना जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि वन रैंक वन पेंशन का एरियर देने में सरकारी खजाने पर 10 से 12 हजार करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा।