फरीदाबाद। दिल्ली से सटे फरीदाबाद में जातीय हिंसा का संगीन मामला सामने आया है । जिले के सुनपेड़ गांव में बीती रात दो बच्चों समेत चार दलितों को जिंदा जलाने की वारदात हुई जिसमें दो मासूमों की मौत हो गई है और बुरी तरह झुलसे दो लोगो की मौत मंगलवार दोपहर को हुई ।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, घटना फरीदाबाद के गांव सुनपेड़ में हुई। आरोपियों ने परिवार पर अचानक हमला बोला। पहले उन लोगों की पिटाई की गई और फिर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी।
सनपेड़ गांव फरीदाबाद के बल्लभगढ़ क्षेत्र में आता है। यहां दलित समुदाय के जितेंद्र की फैमिली भी रहती है। मंगलवार सुबह करीब चार बजे जब यह फैमिली सो रही थी तभी कुछ लोगों ने घर में आग लगा दी। चीखने की आवाज सुनकर लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की। घटना में जितेंद्र के दो बच्चों की मौत हो गई। इनमें उसका पांच साल का बेटा और एक साल की बेटी है। जितेंद्र और उसकी पत्नी को गंभीर हालत में दिल्ली रेफर किया गया है। पुलिस ने बच्चों की मौत की पुष्टि नहीं की है।
घटना की खबर मिलते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर भेजा गया। खबर लिखे जाने तक गांव में तनाव बना हुआ था। पुलिस के मुताबिक गांव के कुछ दबंगों और दलितों के बीच पुरानी रंजिश है। 5 अक्टूबर को गांव के दूसरे समुदाय के 3 लोगों की हत्या हुई थी। इसका आरोप दलित समुदाय पर लगा था। मंगलवार को हुई घटना को इस घटना से जोड़कर देखा जा रहा है।
बताया जा रहा है कि गांव के दबंगों ने पुरानी रंज़िश की वजह से इस वारदात को अंज़ाम दिया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों की तलाश जारी है।
राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घटना की निंदा की है। उन्होंने पीड़ित परिवार को मुआवजे के रूप में 10 लाख रुपये देने की घोषणा की है। साथ ही अधिकारियों को इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का भी आदेश दिया है।