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दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को अपनी सालान प्रेस कांफ्रेंस में राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ रहे अपराध से जुड़े कई तरह के आंकड़ों को जारी किया। इन आंकड़ों पर अगर यकीन करें तो दिल्ली में होने वाले विभिन्न अपराधों में 12 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच के स्पेशल कमिश्नर आरपी उपाध्याय ने इस प्रेस कांफ्रेंस में राजधानी में बढ़ते आंकड़ों के बारे में जानकारी दी।
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दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये भी कहा कि दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह सतर्क है महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर मोबाइल ऐप भी लान्च किए जा रहे हैं और आगे भी ये मुहीम चलती रहेगी। दिल्ली पुलिस ने ये भी कहा कि दिल्ली में यातायात व्यवस्था को मजबूत करने के लिए काम किया जा रहा है। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने ये भी कहा कि विभाग में करप्शन के मामलों को बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कई मोस्ट वांटेड को पहुंचाया सलाखों के पीछे
क्राइम ब्रांच के स्पेशल कमिश्नर आरपी उपाध्याय ने ये भी बताया कि साल 2016 में दिल्ली पुलिस ने चंदेरमा गैंग, नीरज बवाना गैंग, अनिल दुरेजा गैंग, पासोंदा गैंग, राजेश भाटी गैंग और बैंड बाजा बारात गैंग जैसे गैंग का पर्दाफाश किया साथ ही कई मोस्ट वांटेड अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक बुजुर्गों की सुरक्षा के मामले में भी पुलिसकर्मी सतर्क हैं। दिल्ली के 32478 बुजुर्ग रिकॉर्ड में हैं. साल 2016 के मुताबले 2017 में बुजुर्गों के साथ होने वाले अपराध के मामलों में काफी कमी आई है। 2017 में बुजुर्गों के साथ अपराध के सिर्फ 86 मामले सामने आए हैं जो साल 2016 के मुकाबले काफी कम हैं।

चोरियां में 12 फीसदी का इजाफा
दिल्ली में साल 2016 की तुलना में 2017 के दौरान अपराध में 12 फीसदी का इजाफा हुआ। सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि देश की राजधानी में सबसे ज्यादा वाहन चोरी और दूसरी चोरियों के मामले बढ़े। इन आंकड़ों के मुताबिक ऑनलाइन एफआईआर के ट्रेंड की वजह से क्राइम के ग्राफ में इजाफा हुआ है। हाई कोर्ट के आदेश के बाद बच्चों की गुमशुदगी भी ऑनलाइन ही दर्ज कराई गई। वहीं आंकड़ों में थोड़ी राहत देने वाली बात थी राजधानी में रेप के मामलों में कमी आना। आंकड़ों के मुताबिक पिछले वर्ष महिलाओं से अपराध में मामूली कमी दर्ज की गई। साथ ही रेप के मामले घटे और करीब 2049 रेप के केस दर्ज किए गए। पुलिस के मुताबिक 38 फीसदी मामलों में रेप करने वाले करीबी ही निकले।

आंकड़ों के अहम तथ्य 

  • एक्साइज केस में इजाफा और 2753 लोगों को साल 2017 में गिरफ्तार किया गया।
  • मादक पदार्थ की तस्करी में 25 फीसदी ज्यादा गिरफ्तारी वर्ष 2017 में हुई है और एनडीपीएस एक्ट के तहत 491 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
  • हथियारों के साथ साल 2017 में 1141 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो वहीं वर्ष 2016 में 745 लोग गिरफ्तार हुए थे।
  • आर्म्स एक्ट के 957 मामले दर्ज, 1141 गिरफ्तारी और 1108 हथियार पकड़े गए।
  • अपराध में 912 कई जगह 854 वारदातों में ही हथियार का इस्तेमाल हुआ।
  • गंभीर अपराधों में 23 फीसदी की कमी आयी।
  • वर्ष 2017 में 8 फीसदी  ज्यादा मामले सुलझाने में पुलिस को कामयाबी मिली
  • हत्या के पीछे सबसे बड़ी वजह दुश्मनी, 46 फीसदी।
  • मामूली कहासुनी के चलते 18 फीसदी हत्या।