bjpउत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद अब आगे क्या होगा। कांग्रेसी क्या करेंगे, भाजपा क्या करेगी और कांग्रेस के बागी क्या करेंगे। यही तीन खेमों की गतिविधियां इसे स्प्ष्ट करेंगी।

भाजपा नेता बागी कांग्रेसी विधायकों की मदद से सरकार बनाने की तैयारियों में लगे हैं। लेकिन उससे भी पहले उसके प्रदेश के शीर्ष नेताओं में मुख्यमंत्री बनने की लाबिंग शुरू हो गई है। यह तो सभी को पता है कि आखिरी फैसला आलाकमान करेगा फिर भी अपने लिए माहौल बनाने और विधायकों को सहमत करने का प्रयास सभी पूर्व सीएम कर रहे हैं। भाजपा के पास प्रदेश में तीन पूर्व मुख्यमंत्री ले. जनरल बीसी खंडूरी, भगत सिंह कोश्यारी और निशंक हैं। वैसे बागी खेमे में भी एक पूर्व सीएम विजय बहुगुणा है। इसके अलावा सतपाल महाराज की भी महत्वाकांक्षा है। सभी देहरादून से दिल्ली की दौड़ लगाने में जुटे हैं। कांग्रेस के बागी विधायकों की भूमिका इस नाम को फाइनल कराने में महत्वपूर्ण होगी।

कांग्रेस नेता दोतरफा रणनीति अपनाएंगे। एक जनता के बीच शहीद बनने का औऱ लोगों को यह बताने का कि भाजपा ने उनके साथ अन्याय किया है और दूसरी रणनीति नियम कानून और कोर्ट को लेकर होगी। उनकी कोशिश होगी कि कोर्ट में राष्ट्रपति शासन लगाने को चुनौती देने के साथ स्पीकर द्वारा बागी विधायकों की सदस्यता समाप्त के फैसले को बरकरार रखवाया जाए ताकि फिर से राज्यपाल के सामने बहुमत साबित कर सरकार बनाने का दावा किया जा सके। हालांकि इस बात की उम्मीद कम है कि स्पीकर इस फैसले को गवर्नर मान्यता दें।