ओपिनियन पोस्‍ट
चंडीगढ़ के हाईप्रोफाइल छेड़छाड़ मामले में मंगलवार को चंडीगढ़ प्रशासन ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है। वहीं, हरियाणा पुलिस ने आरोपी विकास बराला और उसके दोस्त को जांच में शामिल होने के लिए समन जारी करते हुए बुधवार को 11 बजे बुलाया है।
बता दें कि मंगलवार की शाम को विकास बराला ने पुलिस से समन लेने पर साफतौर पर इनकार कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने उसके सेक्टर-7 स्थित घर पर ही समन चिपका दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज में वर्णिका की कार का एक एसयूपी पीछा करते दिख रही है। हालांकि, इस वीडियो में एसयूवी में बैठे लोग स्पष्ट तौर पर नहीं दिख रहे हैं।
ये है मामला
आरोप है कि विकास बराला और आशीष कुमार ने सीनियर आईएएस की बेटी की कार का पीछा किया था। उन्होंने लड़की के कार का दरवाज़ा भी खोलने की कोशिश की। लड़की के कई बार फोन करने पर पुलिस वहां पहुंची और दोनों लड़कों को गिरफ़्तार कर लिया। गिरफ्तारी के अगले ही दिन विकास बराला को जमानत मिल गई। जांच में पाया गया कि विकास बराला ने शराब पी रखी थी। पीड़ित ने इस पूरे वाकये को फेसबुक पर बयां किया था।
इस मामले में हरियाणा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला पहली बार मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि वर्निका कुंडू के न्याय दिलाने के लिए विकास और आशीष पर जो भी कानूनी कार्रवाई बनती है, वह होनी चाहिए भाजपा पार्टी बेटियों की आजादी की समर्थक हैं, बराला ने कहा कि वर्निका मेरी बेटी की तरह है। उसे न्याय जरूर मिलेगा। मेरा और बीजेपी का किसी पर भी कोई दबाव नहीं है और न होगा।
इस मसले पर विपक्ष काफी मुखर है। तृणमूल कांग्रेस की मुनमुन सेन, इंडियन नेशनल लोकदल के दुष्यंत चौटाला और कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर जांच को प्रभावित करने के आरोप लगाए। चौटाला ने चंडीगढ़ की घटना की निंदा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन करेगी। नैतिकता के आधार पर सुभाष बराला को जनता में बयान देना चाहिए। उनका ये भी कहना था कि इस मुद्दे को उन्होंने लोकसभा में मंगलवार को उठाने की कोशिश की लेकिन समय की कमी के चलते ऐसा नहीं हो सका। अब आज ये मामला उठाया जाएगा।