लखनऊ।

बुंदेलखंड में बदलाव की बयार लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी में एक सभा को संबोधित किया और कहा कि प्रचंड जीत के बाद सरकार की जिम्मेदारी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि अगले दो सालों में बुंदेलखंड से पानी की कमी की समस्या को खत्म कर देंगे। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया कि 48 घंटे के अंदर बुंदेलखंड में खराब पड़े बिजली के टांसफार्मर को या तो ठीक किया जाए या फिर उसे बदला जाए। सीएम ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि बुंदेलखंड को दिल्ली के साथ 6 लेन एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा।

उन्होंने कहा कि सूबे में अब कोई भूखा नहीं सोएगा। गरीब और बेसहारा लोगों के लिए राशन कार्ड बनाए जाएंगे। भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे जनता की सेवा के लिए काम करें और कानून को अपने हाथ में न लें।

इससे पहले सीएम योगी ने झांसी पहुंचते ही सिविल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। वह स्थानीय अनाज मंडी के लिए रवाना हो गए। सीएम बनने के बाद योगी का यह पहला बुंदेलखंड का दौरा है। सीएम ने अनाज मंडी में गेंहू क्रय केंद्र का भी निरीक्षण किया। कई अधिकारियों को फटकार भी लगाई। सीएम योगी ने बुंदेलखंड में दो किसानों के खुदखुशी करने पर रिपोर्ट मांगी है।

सीएम योगी एक प्राइमरी स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्‍होंने यहां मिड-डे मील की जानकारी ली और क्लास में पीने के पानी का जायजा लिया। वहां मौजूद बच्चों से भी बात की। योगी सरकार ने बुंदेलखंड के लिए पेयजल परियोजना का ऐलान किया है। इसके साथ ही बुंदेलखंड को 20 घंटे बिजली देने का भी ऐलान किया है।

बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश का सबसे पिछड़ा और गरीब इलाका माना जाता है। चुनाव के दौरान भी बुंदेलखंड का विकास काफी अहम मुद्दा था। केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार बुंदेलखंड पर विशेष ध्यान दे रही है। बुंदेलखंड का यूपी में काफी महत्व है। चुनाव के दौरान बीजेपी और पीएम मोदी ने बुंदेलखंड पर विशेष ध्यान देने की बात कही थी।

योगी आदित्यनाथ ने बृहस्‍पतिवार को झांसी में अधिकारियों के साथ बैठक की और अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समाज के हर तबके तक न्याय और विकास पहुंचे,  ये बात अधिकारी सुनिश्चित करें। अधिकारियों के साथ बैठक में योगी ने कहा कि गर्मी में पानी की किल्लत न हो इसका अफसर ध्यान रखें और ये सुनिश्चित करें कि कोई प्यासा न रहे।

योगी ने कहा कि भूख से मौत पर डीएम सीधे जिम्मेदार होंगे। औचक निरीक्षण के माध्यम से अधिकारी अस्पतालों और स्कूलों की हालत सुधारें। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी ने बुंदेलखंड के लिए 47 करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया था।

पिछले 22 महीनों में बुंदेलखंड में करीब 850 किसानों ने खुदकुशी की पर मुआवजा कुछ ही किसानों को मिल सका है। बुंदेलखंड में पीने के पानी की बड़ी समस्या है।