बगदादी क्या वास्तव में मारा गया। यदि यह सच है तो आतंकवाद का एक बहुत बड़ा किला ढह चुका है। उसके मारे जाने से आतंकवाद काफी हद तक हतोत्साहित होगा, क्योंकि बगदादी युवा आतंकवादियों का रोल मॉडल है। उसके सिर पर एक करोड़ रुपये का इनाम रखा गया था। एक बार फिर अबु बक्र अल-बगदादी के मारे जाने की खबर आने से दुनिया भर में हलचल पैदा होना स्वाभाविक है। पिछले एक साल में कई बार बगदादी के मरने की अपुष्ट खबरें आ चुकी हैं पर इस बार जिस न्यूज एजेंसी ने खबर दी है, वह आईएसआईएस से जुड़ी अरबी न्यूज एजेंसी अल-अमाक है। एजेंसी के मुताबिक रक्का में हुए हवाई हमले के बाद रविवार को बगदादी मारा गया। उसकी मौत रमजान के पांचवें दिन कोलिशन आर्मी की एयर स्ट्राइक में हुई, लेकिन कोलिशन आर्मी ने कोई स्टेटमेंट जारी नहीं किया है।
बता दें कि बगदादी आतंकी संगठन आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट) का चीफ है जो अबु मुसाब अल-जरकावी की मौत के बाद संगठन का चीफ बना। 29 जून, 2014 को बगदादी ने इराक और सीरिया के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा कर इस्लामिक स्टेट का एलान करते हुए खुद को मुसलमानों का खलीफा बताया था।बगदादी का जन्म 1971 में उत्तरी बगदाद के सामरा में हुआ था। उसका असली नाम अव्वाद इब्राहिम अली अल-बद्री है। इसकी पहचान संगठन में बैटल फील्ड कमांडर और टेक्नीशियन के रूप में है। एक्सपर्ट बताते हैं कि युवा आतंकी बगदादी से खासे प्रभावित हैं। बगदादी इस्लामिक स्टडीज में पीएचडी है और वह चार साल इराक के बुक्का में यूएस प्रिजन कैम्प में भी रह चुका है।
बगदादी और आईएसआईएस के बाकी नेता सीरिया से कारों के काफिले में रक्का पहुंचे थे कि उन्हें निशाना बना दिया गया और बगदादी समेत आईएस के कईनेता जख्मी हुए थे। इराकी न्यूज चैनल अल-समारिया का कहना है कि एरिया के लोकल सोर्स ने इसकी पुख्ता जानकारी दी है।