लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि पत्रकार भाई हम चाचा-भतीजे के बीच झगड़ा कराने पर तुले हैं। इसलिए हमको विरोधियों के साथ-साथ अब मीडिया के लोगों से भी सावधान रहने की जरूरत है। इस कार्यक्रम में चाचा-भतीजा एक साथ पहुंचे थे। ऐसा मौका काफी दिनों बाद आया, जब दोनों सार्वजनिक तौर पर एक साथ नजर आए। अखिलेश के करीबियों के मुताबिक स्‍थानीय निकाय क्षेत्र से निर्वाचित एक विधान परिषद सदस्‍य (एमएलसी) पर पार्टी का गढ़ समझे जाने वाले मैनपुरी, इटावा और कुछ अन्‍य स्‍थानों पर जमीन कब्‍जा करने वालों को शह देने का आरोप लगा है। खास बात यह है कि ये एमएलसी यादव परिवार के एक वरिष्‍ठ नेता के करीबियों में गिने जाते हैं। कब्‍जा हटाने के निर्देशों का पालन न किया जाना ही शिवपाल की नाराजगी का कारण बताया जा रहा है।

शिवपाल ने कुछ दिनों पहले मैनपुरी के एक कार्यक्रम में कहा था कि पार्टी के कुछ जिम्मेदार लोग जमीनों पर कब्जा और गरीबों का दमन कर रहे हैं। अगर यह नहीं रुका तो मैं इस्तीफा देकर विपक्ष में बैठ जाऊंगा। शिवपाल ने अफसरों के रवैये को लेकर भी नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था, ‘ऐसा ही चलता रहा तो पार्टी के लिए कई मुश्किलें खड़ी हो जाएंगी।

दरअसल, लखनऊ में एक कार्यक्रम में एक मंच पर सीएम अखिलेश और शिवपाल नजर आए। इस दौरान अखिलेश ने कहा, ‘मैं कुछ पत्रकारों को जानता हूं जो मेरे सामने मेरे कामों की बड़ाई करते हैं और चाचा के सामने उनके कामों की सराहना करते हैं। चाचा-भतीजे के झगड़े की मुख्य वजह मीडिया है।’

अखिलेश अवध शिल्पग्राम योजना का लोकार्पण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश के प्रत्येक गांव में बिजली पहुंचाने का काम करेगी। अक्टूबर में प्रदेश में बिजली के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव होने वाला है। हम यूपी में 4 जगह मेट्रो चलाने पर काम कर रहे हैं।