ओपिनियन पोस्‍ट
दिल्ली के बाज़ारों में सीलिंग को लेकर जारी विवाद के समाधान को लेकर मंगलवार की सुबह दिल्ली भाजपा के नेता आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर बैठक करने पहुंचे। लेकिन, जल्द ही ये बैठक उस वक्त अखाड़ा में तब्दील हो गया जब दोनों पार्टी के नेता आपस में उलझ गए और कहासुनी शुरू हो गई। जिसके बाद दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सिविल लाइंस थाने में जाकर पूरे मामले में शिकायत की है।
ये बैठक केजरीवाल के आवास पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ मुश्किल से करीब 10 मिनट चली कि भाजपा के खिलाफ नारे और प्रदर्शन शुरू हो गए। आप विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि वे सभी मुख्यमंत्री आवास में ड्रामा करने के लिए आए थे। उधर, पुलिस एमएलसी के लिए भाजपा नेता विजेन्द्र गुप्ता और गोल्डी शर्मा को अरूणा आसफ अस्पताल लेकर गई है।

बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास में हमसे बदसलूकी की गई है। उन्होंने कहा कि ‘आप’ के नेताओं ने बदसलूकी और धक्का-मुक्की की।केजरीवाल के घर पहुंचे इन नेताओं में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत सांसद रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा और विधायकों समेत दो मेयर भी शामिल थे।
पूरे विवाद पर बोलते हुए दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि वो हंगामा नहीं चाहते थे। इसलिए हमने 20 लोगों का नाम दिया था कि मिलना चाहते थे। तिवारी ने कहा कि जैसे ही हमने बोलना शुरू किया तो ‘आप’ के विधायक उठ कर कहने लगे कि आप यहां भाषण मत दो। उन्होंने कहा कि अपरिपक्वता अरविंद केजरीवाल ने दिखाई है। उन्हें 150 लोगों को बुलाने की क्या जरूरत थी? दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष का ‘आप’ ने अपमान किया है।
सीएम आवास पर दिल्ली भाजपा के साथ सीलिंग मुद्दे पर बात बिगड़ने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे पास विजेन्द्र गुप्ता की चिट्ठी आयी थी कि हम लोग मिलना चाहते हैं। मुझे बेहद खुशी हुई कि इस मौके पर बातचीत करेंगे और अपने-अपने दायरे में कदम उठाने पर सहमति बनेगी। यदि दोनों पार्टियां सही से बात कर लेतीं तो यह मिसाल बन जाता। मुझे दुख है कि वे लोग चले गए। वो अकेले में बात करना चाहते थे। खुले में बात करने की अपील को उन्होंने नहीं सुना। सीएम केजरीवाल ने कहा कि यदि इस सप्ताह तक एलजी ऐक्शन नहीं लेते तो हम अस्थायी रोक के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
गौरतलब है कि एक सार्वजनिक सभा के दौरान अरविंद केजरीवाल ने मनोज तिवारी से कहा था कि एक रिजॉल्यूशन लाना चाहिए और दिल्ली के उपराज्यापाल से उस पर सिफारिश करनी चाहिए क्योंकि सीलिंग ड्राइव के चलते लगातार दिल्ली वाले परेशानी झेल रहे हैं।