नई दिल्ली। यूएई ने दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसा है। वहां की सरकार ने उसकी 15 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी को जब्त कर लिया है। यूएई सरकार ने यह कार्रवाई भारत के कहने पर की है। भारत ने करीब डेढ़ साल पहले दाऊद को लेकर एक डोजियर यूएई को सौंपा था। यूएई सरकार ने इसकी जानकारी भारत सरकार को दे दी है।

दाऊद की दुबई में करीब 15 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी को जब्त किया गया है। इसमें एक होटल और रियल एस्टेट से जुडी कई प्रॉपर्टी शामिल हैं। यूएई सरकार ने अजीत डोभाल को इस कार्रवाई की जानकारी दी है।

इससे पहले मंगलवार को राजनाथ सिंह ने कहा था कि दाऊद इब्राहिम को लाने की कोशिशें की जा रही हैं। इस बारे में ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती है।

मोदी ने अगस्त 2015 में यूएई का दौरा किया था। इसी दौरान नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने दाऊद के कारोबार और प्रॉपर्टी को लेकर एक डोजियर सौंपा था। इसमें वहां की सरकार को बताया गया था कि दाऊद ड्रग्स ट्रैफिकिंग, जाली नोट, वसूली और हवाला के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल है।

दाऊद 1993 मुंबई ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है। यह भी जानकारी दी गई कि उसने कैसे 2008 में मुंबई पर हुए हमले में आतंकियों को मदद मुहैया कराई थी? यूएई सरकार ने दाऊद की गोल्डन बॉक्स कंपनी को जब्त किया है। दाऊद इसी के जरिये होटल और रियल एस्टेट का कारोबार करता है।

पिछले दिनों यह रिपोर्ट आई थी कि पिछले बीस सालों में दाऊद ने 8 अलग-अलग देशों में अरबों रुपये की प्रॉपर्टी खरीदी है। ये प्रॉपर्टी लंदन, मोरक्को, ऑस्ट्रेलिया, तुर्की, दुबई, न्यूजीलैंड, साइप्रस और स्पेन में हैं।

26 दिसंबर 1955 को मुंबई के रत्नागिरी इलाके में दाऊद का जन्म हुआ। उसके पिता मुंबई पुलिस में कॉन्स्टेबल थे। मुंबई में छोटे-मोटे अपराध करते हुए बाद में उसने अंडरवर्ल्ड क्राइम का एक इंटरनेशनल नेटवर्क खड़ा कर दिया। उसके नेटवर्क को ‘डी कंपनी’ कहा जाता है। 1993 मुंबई ब्लास्ट के बाद यह दुबई के रास्ते पाकिस्तान चला गया। तब से दाऊद वहां रह रहा है।