नई दिल्ली। कैश लिमिट से परेशान लोगों के लिए यह राहत की खबर है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आऱबीआई) ने बैंक से पैसे निकालने की सीमा में थोड़ी ढील दी है। अब आप बैंक से एक सप्ताह में 24 हजार रुपये से ज्यादा नकद निकाल सकते हैं। हालांकि ज्यादा पैसे वे लोग ही निकाल सकते हैं जो आज से अपने अकाउंट में मौजूदा मान्य नोट जमा करते हैं। आरबीआई ने बैंकिंग तंत्र में नोटों का सर्कुलेशन बढ़ाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया है।

नए नियमों के मुताबिक अगर कोई मान्य करेंसी नोट ( 2000, 500, 100, 50, 20, 10 या 5 रुपये) जमा करता है तो उसकी साप्ताहिक निकासी मौजूदा सीमा बढ़ जाएगी। मसलन, अगर किसी ने चार हजार रुपये जमा किए तो उसके लिए नकद निकासी सीमा 24 हजार से बढ़कर 28 हजार रुपये हो जाएगी।

चालू खातों के लिए छोटे व्यापारियों के वास्ते निकासी सीमा प्रति सप्ताह 50,000 रुपये है। एक सर्कुलर में आरबीआई ने कहा कि खातों से नकदी निकासी पर मौजूदा सीमा को देखते हुए कुछ जमाकर्ता अपना पैसा बैंक खातों में जमा करने से हिचकिचा रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये नोट को बंद करने की घोषणा की थी। इसके बाद कैश की कमी होने पर सरकार ने निकासी की सीमा तय कर दी थी। पहले यह सीमा एक दिन में 10 हजार रुपये और हफ्ते में अधिकतम 20 हजार रुपये तय की गई, जिसे बाद में बढ़ाकर 24 हजार रुपये किया गया। इसके अलावा किसानों और छोटे व्यापारियों के लिए भी नियमों में ढील दी गई।

रविवार को ही रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने नोटबंदी पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि कैश की कोई किल्लत नहीं है। उन्होंने कहा था कि आम लोगों की परेशानियों को दूर करने की पूरी कोशिश की जा रही है और जल्दी ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।

नोटबंदी के बाद बैंकों में 500 और 1,000 के पुराने नोटों में कुल 8.45 लाख करोड़ रुपये जमा हुए हैं या बदले गए हैं। यह आंकड़ा 27 नवंबर तक का है। रिजर्व बैंक ने एक बयान में यह जानकारी दी। केंद्रीय बैंक ने कहा कि इस दौरान बैंकों ने काउंटर और एटीएम के जरिये 2.16 करोड़ रुपये वितरित किए हैं। 33,948 करोड़ रपये के पुराने नोट बदले गए हैं। लोगों ने बैंक काउंटरों या एटीएम के जरिये 2,16,617 करोड़ रुपये निकाले हैं।