राजधानी दिल्ली में 22वां पुस्तक मेला शुरू हो चुका है। यह पुस्तक मेला 4 सितंबर तक चलेगा। 9 दिवसीय इस पुस्तक मेले में करीब 250 प्रकाशक हिस्सा ले रहे हैं। तादाद बड़ी नहीं है लेकिन फिर भी पुस्तक मेले में पुस्तक प्रेमियों को देखा जा सकता है। भीड़ हो या स्कूली बच्चों का जमावड़ा बताता है कि किताबों का जादू बरकरार है।

22वें पुस्तक मेले का थीम ‘सर्व शिक्षा अभियान’  रखा गया है जिसके तहत युवाओं में पढ़ने की आदत विकसित करना मुख्य उद्देशय है।पुस्तक मेले का आयोजन करने वाले आयोजक का कहना है कि यह पुस्तक मेला हर किसी वर्ग के लिए है। साथ ही मेले में चर्चा-परिचर्चा, कार्यशाला और समारोहों का भी आयोजन किया जा रहा है। जिसमें सभी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

हिन्दी बुक सेंटर के अनिल वर्मा बताते हैं कि उनका विभाग खासकर किताबों को लोगों तक पहुंचाता है। बस किताबों को पढ़ने वाले को किताब का नाम या लेखक का नाम बताना होता है हम किताबों को उसके पाठकों को पहुंचाने की पूरी कोशिश करते हैं। पूछे जाने पर कि किताबें पढ़ी जा रही हैं तो अनिल कहते हैं दिल्ली बुक फेयर में ही लोगों की तादाद काफी ज्यादा है तो अंदाजा लगाइए कि वर्ल्ड बुक फेयर में कितने लोग आते होंगे। इसका मतलब है कि किताबों का क्रेज खत्म नहीं हुआ है। साथ ही हमारे यहां से भी अलग अलग प्रकाशनों की हजारों किताबें पाठक लेते हैं तो इसका मतलब है कि किताबों को पढ़ा जा रहा है। इनकी लोकप्रियता कम नहीं होने वाली है। जब टीवी आया तो कहा गया कि अखबार खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ठीक इसी तरह मोबाइल, टेबलेट कुछ भी आए किताब का महत्व खत्म नहीं होने वाला’।

किताबों का यह मेला किताबों पर 10 से 30 फीसदी तक छूट भी दे रहा है। मेला 4 सितंबर तक हॉल नंबर 8 से 12 तक चलेगा।