गैस, मोबाइल, डीटीएच, बिजली और पानी का बिल पेमेंट अब एक एप की मदद किया जा सकेगा। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने रिजर्व बैंक के साथ मिलकर 26 बैंक और वॉलेट पेमेंट करने वाली कंपनियों के साथ गठजोड़ कर एक एप का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। आरबीआई ने फिलहाल 62 बैंक और वॉलेट कंपनियों को इसके लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी है।

फिलहाल आम लोगों को यूटिलिटी बिल्स का पेमेंट करने के लिए अलग-अलग वेबसाइट्स और ऐप्स को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड करना पड़ता है। अब केवल एक एप को डाउनलोड करना होगा जिसे एनपीसीआई ने भारत बिल पेमेंट सिस्टम (बीबीपीएस) का नाम दिया है। एनपीसीआई के एमडी और सीईओ एपी होता ने कहा कि इस सिस्टम से सारे बिलर्स एक एप से जुड़ जाएंगे जिससे लोगों को पेमेंट करने में आसानी होगी। उन्‍होंने कहा कि मौजूदा समय में इतने बड़े पैमाने पर नगद बिल पेमेंट किया जा रहा है कि अगर 25 फीसदी बिल का पेमेंट भी इलेक्‍ट्रॉनिक तौर पर किया जाए तो इसका इंपैक्‍ट बड़े पैमाने पर नजर आएगा।

बीबीपीएस से फिलहाल जो बैंक जुड़े हैं उनमें एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, पीएमसी बैंक, आरबीएल बैंक, एपी महेश को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक, गोपीनाथ पाटिल पारसिक जनता सहकारी बैंक शामिल हैं। वहीं इससे जिन वॉलेट कंपनियों को जोड़ा गया है उनमें पेटीएम, बिलडेस्क, कॉमन सर्विस सेंटर, ऑक्सीजेन, पेयू पेमेंट, स्पाइस डिजिटल, टेक प्रॉसेस पेमेंट सर्विस लिमिटेड, इट्ज कैश कार्ड, यूरोनेट शामिल हैं।