अंकारा। आत्‍मघाती हमले से तुर्की गुस्‍से में है। उसने अपने सीमावर्ती क्षेत्र में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर उसका सफाया करने की घोषणा की है। तुर्की ने गाजियानटेप शहर में आत्मघाती हमले के बाद कहा था कि सीरियाई सीमा क्षेत्र को इस्लामिक स्टेट समूह से ‘पूरी तरह मुक्त’ कराना अतिआवश्‍यक है। तुर्की ने इस हमले के लिए आईएस के जेहादियों को जिम्मेदार ठहराया। हमले में 54 लोग मारे गए थे। विदेश मंत्री मौलूद कावुसोगलू ने कहा, ‘‘हमारी सीमा दाएश (आईएस) से पूरी तरह मुक्त होनी चाहिए।’

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे आतंकी संगठन के खिलाफ अपने देश और विदेश में लडना हमारा सबसे स्वाभाविक अधिकार है।’ बीते शनिवार की रात एक आत्मघाती हमलावर ने गाजियानटेप शहर में एक शादी समारोह में हमला किया था। इस हमलावर की उम्र ‘12 से 14 साल के बीच’ बताई गई है। राष्ट्रपति रेचीप तैयप एर्दोगन ने कहा कि यह हमला आईएस के जेहादियों के फरमान पर हुआ है। काउसोगलू ने कहा कि तुर्की आईएस के खिलाफ लडाई में पहले से ही सक्रिय भूमिका निभा रहा है।

तुर्की में हुए इस ताजा हमले ने नाटो के इस अहम सदस्य देश को हिला कर रख दिया है। बहरहाल, तुर्की के लिए यह साल बेहद भयावह रहा जहां 15 जुलाई को तख्तापलट की कोशिश के दौरान हुए रक्तपात सहित इसी साल कई हमले हुए हैं। हमलों के लिए कुर्द एवं इस्लामी आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। एरदोगन ने एक बयान में कहा है कि अमेरिका में रह रहे उपदेशक फतहुल्ला गुलेन के समूह, कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) और आईएस के बीच कोई अंतर नहीं है। एरदोगन के अनुसार, प्रतिबंधित पीकेके ने 15 जुलाई को तख्ता पलट की कोशिश की थी जो नाकाम हो गई थी।

विवाह समारोह में कुर्द लोगों की संख्या काफी ज्यादा थी। समाचार एजेंसी दोगान ने कहा कि दुल्हन और दूल्हा का ताल्लुक सिर्त के कुर्द क्षेत्र से है। कुर्दिश पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचडीपी) ने कहा कि उसके सदस्य इस विवाह समारोह में उपस्थित थे। दुल्हन बसना और दूल्हा नुरेतिन अकदोगान अस्पताल में भर्ती है, लेकिन उनकी जान को खतरा नहीं है। एरदोगन ने कहा कि गाजियनटेप जैसे हमलों का उद्देश्य तुर्की में अरब, कुर्द और तुर्कमेन जैसे विभिन्न समूहों के बीच मतभेद पैदा करना और मूलनिवासी तथा धार्मिक आधार पर लोगों में वैमनस्य फैलाना है।

उन्होंने कहा ‘‘तुर्की गाजियनटेप में हमले के उकसावे में नहीं आएगा बल्कि एकता, भाईचारा और सद्भाव दिखाएगा।’’ प्रधानमंत्री बिन अली यिलदिरीम ने कहा कि गाजियनटेप भी वही भावना दिखाएगा जो उसने 1921 में तुर्की की स्वतंत्रता की लड़ाई में फ्रांसीसी सुरक्षा बलों को पराजित करते हुए दिखाई थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा दुख बड़ा है लेकिन हमें अपनी एकता और एकजुटता पर भरोसा है कि हम इन सभी हमलों को नाकाम करेंगे।