भुवनेश्वर । ओडिशा में भयंकर गर्मी और लू  की चपेट में अब तक करीब 30 लोगों की मौत हो चुकी है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को 20 अप्रैल तक बंद करने की घोषणा की है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है। इससे सामान्य जनजीवन  प्रभावित है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में 17 जगहों पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर है, जबकि तलचर, सुंदरगढ़ और चांदबाली में यह 43 डिग्री सेल्सियस से ऊपर है।

सबसे गर्म दिन
राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में सोमवार को तापमान सर्वाधिक 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो 1985 के बाद इस महिने का सबसे गर्म दिन है। उस साल 23 अप्रैल को भुवनेश्वर का तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का कहना है कि एक हफ्ते तक लू चलने का सिलसिला जारी रहेगा।

 तापमान में और हो सकती है बढ़ौतरी
विशेष राहत आयुक्त ने कहा, ‘चूंकि गर्मी से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है, इसलिए हमने स्कूलों को 20 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय लिया है। इन छुट्टियों में यदि परीक्षाएं होनी होंगी तो संबंधित स्कूलों के अधिकारी उसके लिए सुबह या शाम का समय तय करेंगे।’ उन्होंने यह भी कहा कि 20 अप्रैल के बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी। भुवनेश्वर मौसम केंद्र के निदेशक सरत साहू ने कहा कि यदि समुद्री हवा का धरती की ओर आना जल्दी शुरू नहीं हुआ, तो तापमान और बढ़ेगा।

जल उठेंगे उत्तर पश्चिमी राज्य
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिमी राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और मध्य भारत में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ेगी। इन राज्यों में औसत तापमान में एक डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इतना ही नहीं मौसम विभाग ने लू और गर्म दिन को लेकर पूर्व चेतावनी जारी करने का फैसला किया है। मौसम विभाग के महानिदेशक बीपी यादव ने कहा कि गर्मी को लेकर हर पांच दिन में 15 दिनों के लिए चेतावनी जारी की जाएगी ताकि लोगों के जानमाल का कम नुकसान हो। ये जानकारी मौसम विभाग की वेबसाइट पर भी मुहैया होगी।
भयंकर गर्मी के लिए ‘अल नीनो’ जिम्मेदार
मौसम विभाग की मानें तो ज्यादा गर्मी की वजह अल नीनो प्रभाव है। प्रशांत महासागर में पिछले साल पैदा हुए अल नीनो का प्रभाव अभी बना हुआ है। हालांकि वो लगातार कमजोर हो रहा है। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है अप्रैल से जून तक देश के कई इलाकों में सामान्य से अधिक तापमान रहने की 76 फीसदी तक संभावना है जिसके चलते इस बार लू की तपिश पूरे देश में रहेगी।