किसी भी लक्ष्य का पीछा करने में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का कोई सानी नहीं है।मौजूदा दौर में इसलिए उन्हें रन मशीन कहा जाता है। गुरुवार को उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवें और अंतिम वनडे में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का एक और रिकॉर्ड तोड़ दिया। वह भी उनसे आधे मैच खेलकर। इसी के साथ कोहली दुनिया के सबसे बड़े चेस मास्टर बन गए हैं।

कोहली ने इसी साल जनवरी में वनडे क्रिकेट में लक्ष्‍य का पीछा करते हुए शतक लगाने के मामले में सचिन के 17 शतकों की बराबरी कर ली थी। गुरुवार को किंग्स्टन के सबीना पार्क में वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए जब उन्होंने शतक जड़ा तो लक्ष्य का पीछा करते हुए शतक बनाने के मामले में उन्होंने तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए यह उनका 18वां और वनडे मैचों में 28वां शतक था। कोहली ने सिर्फ 102 पारियों में यह कारनामा किया है जबिक तेंदुलकर को इसके लिए 232 पारियां खेलनी पड़ी थीं।

रिकॉर्ड तोड़ कोहली

इस मामले में श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान तीसरे स्थान पर हैं जिन्होंने 116 पारियों में 11 शतक बनाए हैं। वेस्टइंडीज के क्रिस गेल ने भी लक्ष्य का पीछा करते हुए 11 शतक बनाए हैं। खास बात ये है कि इन रिकॉर्डधारियों में कोहली सबसे युवा हैं। सचिन और दिलशान संन्यास ले चुक हैं। ऐसे में कोहली के पास अपना रिकॉर्ड बेहतर बनाने  का मौका है। कोहली अब वनडे मैचों में शतक लगाने के मामले में श्रीलंका के खतरनाक बल्लेबाज सनथ जयसूर्या के बराबर पहुंच गए हैं। दोनों खिलाड़ियों ने वनडे में 28-28 शतक हैं। शतकों के मामले में कोहली अब केवल रिकी पोंटिंग (31) और सचिन तेंदुलकर (49) से ही पीछे हैं। जयसूर्या और पोटिंग भी क्रिकेट खेलना छोड़ चुके हैं। इसलिए कोहली के रास्ते में अब कोई भी रिकॉर्ड़ ज्यादा दिनों तक सुरक्षित नहीं रह सकता।

इसके अलावा कोहली ऐसे पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो शतक बनाए हैं। वैसे कोहली का वेस्टइंडीज के खिलाफ यह चौथा शतक है। इससे पहले राहुल द्रविड़ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कप्तान के रूप में एक शतक जड़ा था।

गुरुवार को सबीना पार्क में खेले गए पांचवें और अंतिम वनडे में वेस्टइंडीज ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 9 विकेट पर 205 रन बनाए। इसके जवाब में टीम इंडिया ने 36.5 ओवर में 2 विकेट पर 206 रन बनाते हुए जीत दर्ज कर ली। कप्तान कोहली ने नाबाद रहते हुए 115 गेंदों में 12 चौके और दो छक्कों की मदद से शानदार 111 रन बनाए। इस तरह भारत ने यह सीरीज 3-1 से अपने नाम कर ली। कप्तान कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया। वहीं अजिंक्य रहाणे को सीरीज में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 336 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया है।