विश्वनाथ देहाती ।
हमारे पास शंख पहले से है, अब दिल में कमल भी आ गया है।’ ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के सुप्रीमो नवीन पटनायक भाजपा के कई केंद्रीय मंत्रियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई प्रशंसा पर यह टिप्पणी करते हैं। पहले पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, वित्त मंत्री अरुण जेटली और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही पटनायक को राजनीति का रोल मॉडल बताया और राज्य में उनकी सरकार के विकास कार्यों की प्रशंसा की, प्रदेश भाजपा बैकफुट पर आ गई। हालांकि प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता समीर मोहंती कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के समर्थन में नवीन पटनायक के दिए बयान को लेकर ही प्रशंसा की है। इसका मतलब यह नहीं है कि भाजपा उनकी शरण में चली गई है। वहीं प्रदेश कांग्रेस का मानना है कि भाजपा-बीजद दिखावे के लिए दूर-दूर तो रहते हैं, लेकिन इनका आंतरिक गठजोड़ अब सबके सामने है।

ओपिनियन पोस्ट से बातचीत में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, ‘जब से मैंने प्रदेश की बागडोर संभाली है तभी से प्रदेश की कायापलट करना मेरी प्राथमिकताओं में रहा है। कायापलट पूरी तरह से बदलाव का ही एक स्वरूप होता है। एक ऐसा बदलाव जिसमें वर्तमान से बहुत आगे भविष्य के बारे में सोचा जाता है। अर्थव्यवस्था की कायापलट के लिए प्रदेश के लोगों की आंखों में पल रही उम्मीदों और सपनों का ध्यान रखने की जरूरत होती है। उनके लिए बेहतर स्वास्थ्य, बेहतर शिक्षा, रोजगार के योग्य कौशल विकास और फिर रोजगार सुनिश्चित करना, महिलाओं के सम्मान का ख्याल रखना और बुजुर्गों की सेहत का ध्यान रखना जरूरी होता है। पिछले 16-17 सालों से मेरी सरकार निरंतर प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा अवसर पैदा करने में लगी हुई है। मैं जिस कायापलट की बात कर रहा हूं वह चुनौतीपूर्ण थी। लेकिन एक स्पष्ट दृष्टिकोण और मानसिकता ने हमें समर्थ बनाया कि हम उन चुनौातयों को पार कर पाएं। हमने इन चुनौतियों को अवसरों में बदलने में कामयाबी पाई।’

कुछ उदाहरण देते हुए नवीन पटनायक ने बताया, ‘स्वास्थ्य सरकार के लिए खास महत्व के क्षेत्रों में से एक है। हाल में ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों नए प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों की स्थापना हुई, सैकड़ों डॉक्टरों की नियुक्ति की गई और मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटों में काफी इजाफा किया गया। हमने मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई और इस बात को पक्का किया कि यह प्रक्रिया सतत रहे। इस माध्यम से भी बड़ी संख्या में रोजगार के मौके पैदा हुए। बेहतर शिक्षा भी सरकार की प्राथमिकता वाला क्षेत्र है। हमने यह सुनिश्चित किया है कि राज्य के युवाओं को बेहतर शिक्षा मिल सके। स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में जिस तरह की क्रांतिकारी सुविधाएं सुनिश्चित की गर्इं उसका अनुभव ओडिशा के लोगों ने पहले कभी नहीं किया था।’ ओडिशा खनिज, दूध और मछली उत्पादों का बड़ा केंद्र है। राज्य में विकास के संसाधन भी काफी हैं। ऐसे में यहां रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके उपलब्ध कराने को पटनायक ने चुनौती की तरह लिया। उन्होंने बताया, ‘मेरी अगली प्राथमिकता यह सुनिश्चत करना था कि प्रदेश के लोगों को रोजगार के लिए अन्य राज्यों में न जाना पड़े। यह तभी संभव था जब वे रोजगार लायक पूरी तरह से दक्ष बनें। कौशल विकास मिशन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। सिर्फ कौशल विकास ही नहीं बल्कि युवाओं के लिए तेजी से रोजगार पैदा करने वाले उद्योग लगाने पर भी हमारा खास ध्यान रहा।’ 