अनिल बेदाग।

क्या बंटी और बबली का सीक्वल आ रहा है? क्या रानी मुखर्जी और अभिषेक बच्चन फिर से दर्शकों के दिलों पर राज करने आ रहे हैं? ‘बंटी और बबली’ का धमाल क्या 11 साल बाद फिर से होगा? इससे पहले कि लोग इन सवालों में उलझते चले जाएं, हम स्थिति साफ कर देते हैं कि इस बार अलग कॉन्सेप्ट के सााथ सिंगर पीटू यानी पंकज पुनेठा श्रोताओं के बीच आ रहे हैं जिनका एलबम ‘बंटी-बबली’ पुराने दौर की यादें ताज़ा कर देगा।

पंकज कहते हैं कि मेरी नई म्यूजिक एलबम बंटी-बबली है में आपको चुलबुले, मस्त-मलंग व ठगी जैसी किरदार देखने को मिलेंगे। यह एक डांस नंबर है। इसमें आपको हिन्दी व हरियाणवी दोनों तरह का रैप सुनने को मिलेगा जोकि आजकल काफी ट्रेंड में है। गाने को मुम्बई के मीत ब्रदर्स स्टूडियों में रिकॉर्ड किया गया है। पंकज अच्छे गिटारिस्ट भी हैं। सिर्फ गिटार ही नहीं, सात-आठ इंस्ट्रीयूमेंट्स गिटार, पियानो, तबला,वायलिन, हारमोनियम व ड्रम सेट के भी वह परफेक्ट प्लेयर हैं।

पंकज कहते हैं कि मेरी संगीत की तलब को सच्चे मायने में हवा हिमेश रेशमिया जी के संगीत ने दी। वैसे तो संगीत में कलाकारों की बराबरी नहीं की जा सकती। एक से एक बढ़कर एक गायक है इण्डस्ट्री में लेकिन जिन दिनों मैं संगीत को कॅरियर बनाने की सोचता था। उन दिनों हिमेश रेशमिया जी की एलबम तेरा सुरूर और आशिक बनाया काफी ऊंचाई पर थी।

आने वाले समय में हमारी कोशिश यह रहेगी कि जितने अंदाज लोगों को पसंद हैं, हम उतने अंदाज के गाने निकालेंगे। फिर वो चाहे पार्टी नंबर हो, डांस नंबर्स हो या फिर सॉफ्ट रोमांटिक हो। हम बखूबी श्रोताओं की पसंद को पूरा करने की कोशिश करेंगे। हमारा गाना बंटी-बबली भी आप सुनेंगे तो आपको इसमें कहीं भी डबल मीनिंग शब्द नहीं मिलेंगे। हालांकि यह गाना पार्टी नम्बर है परन्तु गाने की लिरिक्स बहुत अच्छी है। आगे भी हम लोग अच्छी लिरिक्स पर ही गाने बनाएंगे। मेरा मानना यह है कि अगर आपके गानों की लिरिक्स व म्यूजिक अच्छा है तो श्रोताओं को वो जरूर पसंद आएगा। हमारे गानों में आपको चुलबुलापन तो सुनाई पड़ेगा लेकिन डबल मीनिंग शब्द नहीं मिलेंगे।