दिल्ली / लखनऊ ( सुनील वर्मा ) । उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में जनता ने सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी समेत बीजेपी, बसपा व कांग्रेस समेत सभी दलों के नेताओ को तगड़ा झटका देते हुए मंत्रियो, विधायकों और नेताओं के रिश्तेदारों को हरा दिया है । रोहनिया, रायबरेली, सोहावल और जौनपुर में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कई मंत्रियों के रिश्तेदार हार गए हैं, वहीं बूथ कब्जा करने के आरोपी तोताराम यादव को करारी शि‍कस्त दस कगार पर है । राज्य में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पंचायत चुनाव को सेमीफाइल के तौर पर देखा जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के लिए हुए मतदान की मतगणना सोमवार को भी जारी है। सुबह 9 बजे तक क्षेत्र पंचायत के 77,576 पदों में से 67,754 वार्ड के नतीजे घोषित किए गए, वहीं जिला पंचायत सदस्यों के 3,112 पदों में से अब तक 212 के नतीजे सामने आए हैं। जिला पंचायत के 18 सदस्य निर्विरोध चुने गए हैं।

मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलीमीन के अध्यक्ष असादुद्दीन ओवैशी
मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलीमीन के अध्यक्ष असादुद्दीन ओवैशी

एआईएमआईएम को चार सीटें
इस बीच असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने सोमवार को दो और सीटें जीत ली हैं। इस तरह पार्टी ने कुल 4 सीटों पर जीत हासिल की है। बलरामपुर के वार्ड नंबर- 3 से नसीमा (1165 वोट से) और बलरामपुर के ही वार्ड नंबर- 29 से पार्टी के मो. ताहिर शाह (2000 वोट से) विजयी रहे हैं। इससे पहले मुजफ्फरनगर से एआईएमआईएम के नेत्रपाल सिंह और आजमगढ़ से कैलाश गौतम विजयी रहे।
विजेताओं को भेजा जा रहा है एसएमएस
राज्य निर्वाचन आयुक्त सतीश अग्रवाल के मुताबिक, चुनाव परिणाम आयोग की वेबसाइट पर लगातार अपलोड किए जा रहे हैं। साथ ही विजयी प्रत्याशियों के मोबाइल पर एसएमएस भेजकर भी जानकारी दी जा रही है।
मतगणना में कई मंत्रियों और दिग्गजों को अपने ही क्षेत्रों में मुंह की खानी पड़ी है. करीब दो दर्जन मंत्रियों ने अपने परिजनों को चुनाव मैदान में उतारा था। हालांकि अधिकांश विधायकों और मंत्रियों ने क्षेत्र पंचायत सदस्यों के लिए निर्विरोध निर्वाचन करा लिया, लेकिन जिला पंचायत में उन्हें विरोधियों से कड़ी टक्कर मिली। अवध क्षेत्र में कारागार मंत्री रामपाल राजवंशी की दोनों बेटियां क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव हार गई हैं। कैबिनेट मंत्री अवधेश प्रसाद की पत्नी और बेटे देर रात फैजाबाद में जिला पंचायत सदस्य की सीटों पर पीछे चल रहे थे।
राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी में कहा गया कि सोमवार सुबह 9 बजे तक सहारनपुर, बुलंदशहर, बरेली, रामपुर, बदायूं, आगरा, फिरोजाबाद, औरैया और महोबा समेत कई जिलों में क्षेत्र पंचायत के सदस्यों की मतगणना लगभग पूरी हो चुकी थी। आयोग को उम्मीद है कि पूरे प्रदेश की मतगणना सोमवार दोपहर तक पूरी हो जाएगी।
राज्य में सपा नेता मनोज सिंह की बहन मीना सिंह को सैयदराजा सीट से जीत हासिल हुई है, जबकि बीजेपी विधायक सुशील सिंह की पत्नी किरण सिंह सकलडीहा से जिला पंचायत सदस्य पद पर चुनी गई हैं। सपा के पूर्व सांसद रामकिशुन के पुत्र संतोष यादव और भतीजे मुलायम सिंह यादव जिला पंचायत चुनाव जीत गए है, वहीं सपा के पूर्व विधायक प्रभु नारायण यादव के भाई अनिल यादव और भांजे अरबिंद यादव जिला पंचायत सदस्य चुने गए हैं।
रेस में भी नहीं हैं तोताराम
मैनपुरी में बूथ कैप्चरिंग करने के आरोपी दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री तोताराम यादव की हार लगभग तय है। वह वार्ड संख्या-6 से जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव मैदान में उतरे थे। मतगणना में वह 20वें नंबर पर हैं. मैनपुरी सदर से विधायक राजू यादव की पत्नी वंदना यादव जिला पंचायत के वार्ड संख्या-15 से 292 मतों से विजयी हुई हैं।
एटा की 30 में 17 सीटों पर सपा का कब्जा
इसी तरह आजमगढ़ सदर विधायक और हाल ही परिवहन मंत्री पद से हटाए गए मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव के भतीजे प्रमोद यादव जिला पंचायत हाफिजपुर (महा प्रधान) पद के लिए 7800 वोटों से जीत गए हैं। एटा जिला पंचायत चुनाव में सपा ने अपना परचम लहराते हुए खबर लिखे जाने तक 30 सीटों में से 17 सीटों पर अपना कब्जा जमा लिया है. 6 सीटों पर वह जीत के करीब है.
अलीगंज के सपा विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई जुगेन्द्र सिंह यादव की पत्नी, पुत्र, भतीजे ने अलीगंज और जैथरा ब्लॉक की सभी 10 सीटें जीत ली हैं। बाकी सीटों का परिणाम शाम तक सामने आएगा।
जिला पंचायत सदस्यों के कुल 3112 पदों और क्षेत्र पंचायत के 77576 पदों के लिए यूपी में चार फेज में चुनाव हुए थे।