देश के कई हिस्सों में गर्मी का प्रकोप जारी है । मौसम विभाग की माने तो गर्मी का सबसे ज्यादा प्रकोप ओडिशा झेल रहा है यहां के टिटलागढ़ इलाके में पारा 48.5 डिग्री के पार चला गया है। पिछले तीन दिन से यहां का तापमान 46 डिग्री से ऊपर चल रहा है। इससे पहले टिटलागढ़ इलाके में 30 अप्रैल 1999 में तापमान 48 डिग्री के पार गया था। टिटलागढ़ में पिछले कई दिनों से तेज लू चल रही है और इस कस्बे में अप्रैल महीने के लिए पिछले 17 साल में उच्चतम तापमान दर्ज किया गया। पूरे ओडिशा में अब तक लू और गर्मी से 88 लोगों की मौत हो चुकी है। गर्मी की वजह से यहां के कई इलाकों में पानी का स्तर बहुत कम हो गया है। ओडिशा के अलावा देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है।

भुवनेश्वर में मौसम विभाग के निदेशक शरद साहू ने कहा कि वर्ष 2003 में पांच जून को टिटलागढ़ में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस का स्तर पार कर गया था। अप्रैल के महीने में 1999 के बाद से यह उच्चतम स्तर है। अप्रैल, 1999 में तापमान 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। ओड़िशा सरकार ने लू के चलते चार लोगों के मरने की पुष्टि की है। हालांकि, राज्य में भीषण गर्मी के चलते मरने वाले लोगों की अस्थाई संख्या 79 से बढ़कर 88 हो गई है।

तीन से चार दिन हालात ऐसे ही रहेंगे
बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र, तेलंगाना, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल में गर्मी से बुरा हाल है। इन राज्यों के कई शहरों में तापमान 43 डिग्री से 46 डिग्री तक है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन चार दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहेंगे।

झारखंड में गर्मी से पानी संकट
झारखंड में गर्मी की वजह से यहां की राजधानी रांची और उसके आसपास के इलाके में पानी संकट है। कई इलाकों में पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। जलस्तर कम हो गया है। लिहाज़ा यहां के स्कूलों में भी पानी नहीं मिल पा रहा है।