कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से फरवरी में आयोजित कम्बाइंड ग्रेजुएट लेविल एग्जाम टियर टू 1,89843 प्रतियोगी शामिल हुए। देश में अलग-अलग केंद्रों पर 17 से 22 फरवरी के बीच ऑनलाइन भर्ती परीक्षा हुई थी। आरोप है कि ऑनलाइन परीक्षा देने के बाद जब छात्र बाहर आए तो पता चला कि इसका पर्चा तो सोशल मीडिया पर पहले से मौजूद है। सोशल मीडिया पर परीक्षा के लीक हुए पेपर के स्क्रीन शॉट घूम रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे छात्र इन स्क्रीन शॉट के पर्चे लहराकर इंसाफ की मांग कर रहे हैं।

क्या हैं परीक्षार्थियों के आरोप?

एसएससी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे परीक्षार्थियों ने ग्रेजुएट लेवल परीक्षा के साथ-साथ एसएससी की इस साल आयोजित सभी परीक्षाओं में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। परीक्षार्थियों का कहना है कि उन्हें सभी परीक्षाओं पर शक है और इसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। यहां परीक्षार्थी लीक हुए पेपर के स्क्रीनशॉट के साथ प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने बीबीसी से कहा कि परीक्षा के दौरान उनके जूते तक उतरवा लिए जाते हैं। ऐसे में ऑनलाइन प्रश्न पत्र का लीक होना, एसएससी के अधिकारियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का इशारा करती है। प्रदर्शन कर रहे छात्र कथित रूप से लीक हुए प्रश्न पत्र का स्क्रीनशॉट दिखा रहे थे। उन्होंने सवाल उठाया कि जब परीक्षा देने वाले ही प्रश्न पत्र देख सकते हैं तो इसका स्क्रीनशॉट बाहर कैसे आया? परीक्षा केंद्र में जूते तक उतरवाए जाते हैं, पर परीक्षा केंद्रों की जांच होती है या नहीं, ये पता नहीं है।