महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी का दावा है कि उन्होंने लोकसभा की 48 में से 44 सीटों पर निर्णय ले लिया है. ऐसे में छोटी पार्टियों के लिए बचती हैं केवल चार सीटें. इसे लेकर स्वाभिमानी पक्ष के राजू शेट्टी, प्रकाश अंबेडकर एवं एमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी खासे नाराज हैं और वे एक मंच पर आ जुटे हैं.
ऐसी उम्मीद है कि ये तीनों दल महाराष्ट्र की सभी लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर सकते हैं. जाहिर है, ऐसा हुआ तो इसका नुकसान कांग्रेस और एनसीपी को ही उठाना पड़ेगा. इन तीनों दलों की सभी सीटों पर चुनाव लडऩे की घोषणा से कांग्रेस और एनसीपी को भी चिंता हो रही है और शायद तभी समझौता होने के बाद भी दोनों दल अपनी तरफ से छोटी पार्टियों के लिए आठ सीटें छोडऩे की बात कर रहे हैं.