भारतीयों में सोने को लेकर प्रेम जग जाहिर है। इस बार लोग सोने में सोने के सिक्कों की तरफ ज्यादा अपना झुकाव दिखा रहे हैं, यही नहीं लोग अब सरकार द्वारा जारी होने वाले सोने के सिक्कों को बाजार में मिलने वाले अनब्रांडेड सिक्कों के मुकाबले ज्यादा पसंद कर रहे हैं। वह खरीदारी में सरकारी सिक्कों को तरजीह दे रहे हैं। यह दावा एमएमटीसी और वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के एक संयुक्त अध्ययन में किया गया है।
इंडियन गोल्ड कॉइन नामक यह रिपोर्ट नीलसन के एक सर्वे पर आधारित है। इसमें देश के आठ प्रमुख शहरों में 1,180 की राय ली गई। इनमें करीब 87 फीसदी से कहा कि उनके लिए शुद्धता मायने रखती है। वहीं 85 फीसदी ने सरकार द्वारा सिक्कों को बनाया जाना और उसका समर्थन मायने रखता है।

यह सर्वे मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद, अहमदाबाद और कोच्चि में कराया गया। इसमें 25 से 60 साल के ऐसे लोगों की राय जानी गई जिनमें पेशेवर, कारोबारी, महिलाएं और गृहणियां शामिल थीं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्राहकों में सोने की खरीदारी को लेकर जागरूकता बढ़ी है। इंडियन गोल्ड कॉइन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 5 नवंबर को शुरू की गई गोल्ड मोनिटाइजेशन स्कीम के तहत पेश किया था। यह देश का पहला सॉवरिन गोल्ड कॉइन है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इन सिक्कों की शुद्धता की गारंटी, इसकी मानक विशेषताओं के अलावा सरकार का समर्थन और मेक इन इंडिया की मुहर लोगों को आकर्षित करती है। बैंक और ब्रांडेड ज्वेलर्स भी सिक्के खरीदने के लिए इन्हें तरजीह देते हैं।

इसमें दो, पांच और 10 ग्राम के सिक्के ज्यादा लोकप्रिय हैं। ज्यादातर लोग दिवाली, जन्मदिन, शादी-ब्याह और अन्य किसी खास मौके पर इनकी खरीदारी करते हैं।

इंडियन गोल्ड कॉइन, फिलहाल पांच और दस ग्राम में उपलब्ध है। इसके अलावा 20 ग्राम के गोल्ड बार भी उपलब्ध है। इन सिक्कों के एक तरफ अशोक चक्र उकेरा गया है और दूसरी ओर महात्मा गांधी का चेहरा है। बीआईएस प्रमाणित इन सिक्कों पर बाय-बैक का विकल्प भी है। इन्हें एमएमटीसी के करीब 200 आउटलेट्स के अलावा चार बैंकों – इंडियन ओवरसीज बैंक, फेडरल बैंक, विजया बैंक, और येस बैंक से खरीदा जा सकता है। जल्द ही देशभर में अन्य बैंकों के अलावा और अधिक डाकघरों में बिक्री के लिए यह उपलब्ध कराए जाएंगे।