शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। है। स्वरूपानंद सरस्वती का कहना है कि शनि शिंगणापुर में महिलाओं के प्रवेश से रेप की घटनाएं बढ़ेंगी। जिस तरह से महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं । वो तब तक नहीं रुकेंगे जब तक महिलाएं शनि की पूजा करना बंद नहीं करेंगी। शंकराचार्य का यह बयान शनि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की छूट मिलने के दो दिन बाद आया है।

बता दें कि महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में 400 साल पुरानी परंपरा शुक्रवार को टूट गई। मंदिर में महिलाओं को पूजा करने की इजाजत मिली है। दरअसल, शुक्रवार को यहां करीब 100 पुरुषों ने जबरन पूजा की थी। वह एक-एक कर चबूतरे पर पहुंचे और उन्होंने शिला को नहलाया। पुरुषों का यह शिला पूजन महाराष्ट्र सरकार के आदेश के खिलाफ था। इस घटना के बाद मंदिर के ट्रस्ट ने फैसला लिया कि महिलाओं को भी इस चबूतरे पर पूजा करने की इजाजत होगी। पुरुषों का यह शिला पूजन महाराष्ट्र सरकार के आदेश के खिलाफ था। इस घटना के बाद मंदिर के ट्रस्ट ने फैसला लिया कि महिलाओं को भी इस चबूतरे पर पूजा करने की इजाजत होगी। इससे पहले आदेश आया था कि यहां न महिलाएं पूजा करेंगी न ही पुरुष, केवल पुजारी ही यहां पूजा करेंगे।

विवादों में रहने वाले शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती यहीं नहीं रूके। उन्होने महाराष्ट्र के सूखे पर अजीबो-गरीब बयान दिया। कहा कि महाराष्ट्र और अन्य जगहों पर जो सूखा पड़ रहा है वो सिर्फ इसलिए है क्योंकि लोग साईं बाबा की पूजा कर रहे हैं। स्वरूपानंद सरस्वती के मुताबिक  ‘अगर सूखे से बचना है तो तुरंत साईं की पूजा बंद होनी चाहिए. महाराष्ट्र के आराध्य भगवान गणेश है इसलिए गणेश की पूजा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में गणेश का वास है, लेकिन पूजा साईं की हो रही है। जिस भगवान की पूजा होनी चाहिए, उसका निरादर हो रहा है।