लखनऊ।

राम मंदिर मुद्दे पर सियासत गर्म हो गई है। उत्तर प्रदेश में राम मंदिर मुद्दे के समर्थन में गतिविधियां बढ़ गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के मुद्दे को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। उन्‍होंने एक साक्षात्‍कार में कहा, ‘राम मंदिर का मुद्दा बातचीत से सुलझना चाहिए। मैं सुप्रीम कोर्ट के सुझाव का स्वागत करता हूं, यह मामला मैत्रीपूर्ण माहौल में बातचीत के जरिये सुलझना चाहिए। इसके लिए अगर किसी भी चरण में सरकार के सहयोग की जरूरत होगी तो हम इसके लिए तैयार हैं।’

उधर, राम मंदिर निर्माण को लेकर अति उत्‍साह इतना बढ़ गया है कि सोमवार को एक विवाद पैदा हो गया। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद राम मंदिर प्रकरण को हवा देने वाले विवादित भाजपा नेता आजम खां एसएसपी से बदसलूकी के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिए गए। उन्‍होंने लखनऊ में करीब एक दर्जन जगह पर अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग के समर्थन में होर्डिंग व पोस्टर लगवाए हैं। लखनऊ की एसएसपी मंजिल सैनी से अभद्रता के आरोप में उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया गया।

कुछ दिन पहले लखनऊ में मुस्लिमों की तरफ से राम मंदिर निर्माण के लिए भाजपा नेता आजम खां ने पोस्टर लगवाए थे। उन्‍होंने श्री राम मंदिर निर्माण मुस्लिम कारसेवक मंच नाम से एक संगठन बना रखा है। वह खुद को इस संगठन का अध्यक्ष बताते हैं। ये आजम खां वही हैं,  जिनका दावा है कि वह लखनऊ में भाजपा के नेता हैं और मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग को लेकर होर्डिंग व पोस्टर में आजम की तस्वीर के साथ लिखा गया था-देश के मुसलमानों का यही है मान,  श्री राम मंदिर का हो वहीं निर्माण। इसके बाद आजम ने अलीगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई कि वह मस्जिद से निकल रहे थे तब किसी ने उनके चेहरे पर कालिख पोत दी।

आजम खां सोमवार को अपनी जान की सुरक्षा को लेकर एसएसपी मंजिल सैनी से मिलने पहुंचे। बताया जाता है कि वह जबरदस्ती मंजिल सैनी के दफ्तर में घुस गए और एसएसपी के साथ अभद्र व्यवहार किया। इसके बाद पुलिस ने उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया।