ओपिनियन पोस्ट ब्यूरो
नई दिल्ली। नोटबंदी की परेशानी के बीच कांग्रेस पार्टी ने जनवेदना सम्मेलन के जरिए मोदी सरकार पर चोट की है । दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस के जनवेदना सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है और इसे सरकार की नाकमी से जोड़ा। राहुल ने कहा है कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी टूट गई है और ऑटो मोबाइल सेक्टर ढ़ाई साल में आज 16 साल के पहले की स्थिति में पहुंच गया है।
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर अपना हमला जारी रखा । उन्होंने कहा, ‘’आज देश में बेरोजगारी बढ़ गई है। लोग शहरों से गांव की तरफ भाग रहे हैं। पीएम मोदी ने बिना सोचे समझे नोटबंदी का फैसला किया है। ’’ उन्होंने कहा, ‘’पीएम इंडिया को ट्रांसफॉर्म करने की बात कर रहे हैं, लेकिन उन्हें खुद से पूछना चाहिए कि अचानक ऑटो सेल क्यों गिर गई। राहुल ने कहा, ‘पहली बार भारत के प्रधानमंत्री की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है। इससे पहले कभी भी किसी बड़े अर्थशास्त्री ने नहीं कहा कि प्रधानमंत्री ने इतना खराब निर्णय किया है। ’’
राहुल ने पीएम मोदी के अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘’हमारे समय में कभी ऐसा नहीं हुआ कि हमने संस्थाओं का सम्मान न किया हो, लेकिन मोदी और आरएसएस ने संस्थाओं का सम्मान बंद कर दिया है। पीएम मोदी सोचते हैं कि इस देश को सिर्फ वह और मोहन भागवत जी चलाएंगे। ’’
इस दौरान राहुल ने पीएम मोदी के कई कार्यक्रमों का भी मजाक उड़ाया । राहुल ने सबसे पहले स्वच्छ भारत अभियान को निशाना बनाया। उन्होंने कहा, ‘’ढाई साल पहले मोदी जी आए और कहा हिन्दुस्तान को साफ करूंगा, सबको झाड़ू पकड़ा दी और खुद भी झाड़ू लेकर खड़े हो गए, लेकिन ये एक फैशन था, तीन या चार दिन चला और फिर भूल गए। ’’
हमें 70 साल का हिसाब देने की जरूरत नहीं
राहुल ने यह भी कहा कि बीजेपी और हमारे पीएम हमेशा यह पूछते हैं कि कांग्रेस ने पिछले 70 सालों में क्या किया, जनता को मालूम है हमने क्या किया है। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को पता है कि हमारे नेताओं ने इस देश के लिए खून और आंसू बहाए हैं।
राहुल ने योग दिवस को लेकर पर पीएम मोदी पर चुटकी ली। उन्होंने कहा, ‘’मैं बातें नोटिस करता हूं, पीएम ने इंडिया गेट पर बहुत योगा किया लेकिन पद्मासन नहीं किया। जो पद्मासन नहीं करता वो योगा नहीं । ’’
राहुल ने मोदी सरकार की विभिन्न योजनाओं की आलोचना करते हुए कहा कि लोग पूछ रहे है कि अच्छे दिन कब आएंगे । उन्होंने कहा अब कांग्रेस 2019 में अच्छे दिन लेकर आएगी।
पीएम ने आरबीआई का मजाक उड़ाया
राहुल ने कहा कि नोटबंदी पीएम का निजी फैसला था। पीएम ने आरबीआई का मजाक उड़ाया है, उन्होंने आरबीआई गवर्नर की सलाह को नजरअंदाज किया गया, उन्होंने कहा, ‘हमने आरबीआई की स्वतंत्रता का सम्मान किया। यह भारत की वित्तीय रीढ़ है और अब इसकी साख गिर रही है। आरएसएस और भाजपा के लोगों का मानना है कि केवल उन्हीं के विचार मायने रखते हैं किसी और के नहीं।’ उन्होंने कहा कि, ‘नोटबंदी की किसी भी अर्थशास्त्री ने तारीफ नहीं की है। नोटबंदी के बाद पीएम बाबा रामदेव जैसे होम मेड इकोनॉमिस्ट के पीछे छिप रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि, ‘बीजेपी ने संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया है।
पी चिदंबरम का हमला
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अपनी बात रखते हुए कहा कि अब पीएम मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, क्लीन अप इंडिया और किसी पुरानी योजना का क्या हुआ अब जिक्र नहीं करते। चिदंबरम ने सरकार की कैशलेस का विरोध करते हुए कहा. “ये मैं तय करुंगा कि मुझे क्या कैश से खरीदना है और क्या कार्ड से ये जनता का अधिकारी होना चाहिए। ” उनका तर्क था कि अगर महिला अपने लिए किसी ऐसे कपड़े को खरीद रही है तो वो उसका अधिकार है कि वो रिकार्ड में उसे लाना चाहती है या नहीं। पूर्व वित्त मंत्री का कहना था कि जर्मनी और ऑस्ट्रीया में 80 फीसदी खरीदारी कैश में होती है। उन्होंने कहा, “हमने सालों से कैश में काम किया है और 94 फसीदी काम करते रहे हैं। ” उन्होंने कहा, “मैं पीएम से पूछना चहता हूं कि पिछले एक हफ्ते में 7.6 लाख कानपुर में, 8 लाख उज्जैन में, 10 लाख मेरठ में, 20 लाख मुरादाबाद में जो पकड़े गए हैं वो बताएं कि वो काला धन है या सफेद धन है.”
राहुल को बीजेपी का करारा जवाब
हालांकि, बीजेपी ने राहुल पर जवाबी हमला करते हुए उन्हें पार्ट टाइम राजनेता करार दिया है। भाजपा प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने कहा कि नोटबंदी को 125 करोड़ लोगों का समर्थन है। राहुल गांधी के योग वाले बयान पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि योग को पूरी दुनिया ने माना है।