टनकपुर-पिथौरागढ़ 150 किमी मार्ग प्रदेश के खतरनाक मार्गो में से एक है। कुछ साल पहले तक यह मार्ग सिंगल था। एक दौर ऐसा था जब पूरे मार्ग पर गाड़ियों के जाने तक की जगह नहीं रहती थी। तब गेट सिस्टम चलता था। कठोर चट्टानों को काट कर बनाए गए मार्ग पर वाहन संचालन अपने आप में चुनौती रहती थी। देखिये ऐनिमेशन वीडियो में कितना सुहाना होगा सफ़र-