इस्लामाबाद। पीओके पर भारत की दखल से पाकिस्‍तान इतना घबराना गया है कि उसे अब भारतीय टीवी चैनलों से भी डर लगने लगा है। यही वजह है कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान का एक और असली चेहरा सामने आया है। पाकिस्तान ने अपने यहां सभी भारतीय टीवी चैनलों के प्रसारण पर रोक लगा दी है। पाकिस्‍तान इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेट्री अथारिटी (पीईएमआरए) ने ज्‍यादा विदेशी कंटेंट दिखाने वाले चैनलों और केबल आपरेटरों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई करने का फैसला किया है। आने वाले महीनों में पाकिस्‍तान डीटीएच सर्विस लांच होनी है। इसी के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। पाकिस्तान में बड़े पैमाने में भारतीय टीवी चैनलों के दर्शक हैं। भारतीय चैनलों का प्रसारण क्यों रोका गया, इसका खुलासा पाकिस्तान की ओर से अभी तक नहीं किया गया है। शायद टीवी चैनलों पर बैन लगाकर पाकिस्तान अपनी खीझ निकाल रहा है।

पाकिस्‍तानी अखबार डॉन ने बुधवार को पाकिस्‍तान इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेट्री अथारिटी के चेयरमैन अबसार आलम का बयान प्रकाशित किया, जिसमें उन्‍होंने बताया है कि केबल आपरेटरों और सैटेलाइट चैनलों को अपनी कानूनी जरूरतों के हिसाब से अपना समय समायोजित करने के लिए पर्याप्‍त समय दिया जा चुका है। अब भारतीय डीटीएच डीलरों के खिलाफ तत्‍काल प्रभाव से कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्‍तान में किसी को भी भारतीय चैनल की सर्विस देने की अनुमति नहीं होगी। उन्‍होंने कहा है कि करीब 30 लाख भारतीय डीटीएच डिकोडर पाकिस्‍तान में बेचे गए हैं।

उन्होंने कहा, ‘केवल जिन टीवी चैनलों को अनुमति और लाइसेंस है वही विदेशी विषयवस्तु प्रसारित कर सकते हैं। पकिस्तानी टीवी चैनलों को 15 अक्टूबर 2016 से भारतीय टीवी विषयवस्तु का प्रसारण छह प्रतिशत से कम करना होगा।’ अवैध तौर पर भारतीय विषयवस्तु दिखाने वालों को 45 दिन का समय दिया गया है और कहा गया है कि समय सीमा के बाद किसी भी तरह के उल्लंघन पर दंडित किया जाएगा।