ओपिनियन पोस्ट ब्यूरो ।
यूपी में 11 फरवरी से होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले भारी मात्रा में नोटों और अवैध असलहे बरामद किये है । ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या नए नोटों में बरामद किए गए इस कैश का इस्तेमाल चुनावों में होना था? साथ ही हथियारों की बरामदगी से चुनाव में हिंसा की आशंका भी खड़ी हो गई है ।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिस ने 3 करोड़ रुपए के नए नोटों के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन्हें गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके से गिरफ्तार किया है। पुलिस को शक है कि ये रकम अगले महीने यूपी में होने वाले चुनावों में इस्तेमाल के लिए लाई जा रही थी। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। गाजियाबाद के ही साहिबाबाद इलाके में भी पुलिस ने 31.65 लाख रूपये के पुराने नोट जब्त किए हैं। पुलिस ने 3 लोगों को भी हिरासत में लिया है, जिनसे इनकम टैक्स की टीम पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि तीनों लोग पुरानी करेंसी को नए नोटों में बदलवाने जा रहे थे। तीसरी मामला मुरादाबाद का है जहां पुलिस ने रुटीन चेकिंग के दौरान 1 करोड़ रुपये के साथ 1 व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
शामली पुलिस ने भी शुक्रवार को भारी मात्रा में अवैध असलहों का जखीरा बरामद किया है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कैराना में पुलिस द्वारा भारी मात्रा में बने और अधबने तमंचे बरामद होने से हड़कंप मच गया। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
कैराना कोतवाली इलाके में चेकिंग के दौरान पुलिस ने हजारो की संख्या में अवैध असलहा बरामद किए । आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने 123 बंदूक, 315 बोर के 80 तमंचे और 203 रायफल बरामद की है। बता दें, कि कैराना में एमआईएम की चुनावी सभा होने जा रही है और सभा से ठीक चंद घंटो पहले कैराना पुलिस ने इन अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड किया है। पुलिस ने आरोपी के साथ दो कार भी बरामद की है। जिससे आरोपी तस्कर हथियारो की तस्करी किया करते थे।
बता दें कि बलिया में दो दिन पहले ही जिला निर्वाचन अधिकारी की फ्लाइंग स्क्वायड ने एक एम्बेसडर कार से पाँच लाख सात हज़ार रूपए की नई करेंसी बरामद की थी जिसका इस्तेमाल चुनाव में बाँटने के लिए किया जाना था ।