महिलाओं को इबादत का समान हक दिलाने के लिए भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने मुंबई की हाजी अली दरगाह का रुख किया । भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति‍ देसाई ने मुंबई की हाजी अली दरगाह में घुसने की दूसरी बार कोश‍िश कर रही हैं. महिलाओं को इबादत का समान हक दिलाने के लिए तृप्ति गुरुवार को हाजी अली दरगाह पहुंचीं, लेकिन उन्हें अंदर जाने नहीं दिया गया। उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है. अवामी पार्टी के कार्यकर्ता विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने तृप्ति को तय स्थान पर रुकने नहीं दिया। विभिन्न संगठनों ने भी हाजी अली पहुंचकर उनके पक्ष में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ‘हाजी अली’ सबके लिए नारे लगाए जा रहे हैं। ‘हम क्या चाहें आजादी, दादागीरी नहीं चलेगी’ आदि नारे वहां लगाए जा रहे हैं।

तृप्ति देसाई की राह पहले से ज्यादा मुश्किल होने वाली है। क्योंकि शिवसेना के बाद अब एमआईएम ने भी तृप्ति देसाई को धमकी दी है। एमआईएम नेता रफत हुसैन के मुताबिक हमारे धर्म के खिलाफ जाएंगे तो हम कालिख 100 फीसदी पोतेंगे। तृप्ति देसाई कानून हाथ में ले सकती हैं तो हम क्यों नहीं? इतना ही नहीं रफत हुसैन ने तृप्ति पर मुस्लिम औरतों को भड़काने की कोशिश का भी आरोप लगाया है। इससे पहले शिवसेना नेता हाजी अराफात तृप्ति को चप्पल से पीटने की चेतावनी दे चुके हैं।

शिवसेना और एमआईएम के अलावा इस्लामिक सगंठन आवाम विकास पार्टी की खातून ब्रिगेड ने भी ऐलान किया है कि वो किसी भी हाल में इस्लामिक परंपरा टूटने नहीं देंगे। गुरुवार को खातून ब्रिगेड की करीब 200 महिलाएं हाजी अली के बाहर ह्यूमन चैन बनाकर तृप्ति देसाई को रोकेंगी। आवामी विकास पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष नूर बानो ने कहा है कि किसी भी हाल में तृप्ति देसाई को मजार पर पहुंचने नहीं देंगे। वहीं इन धमकियों के बावजूद भी तृप्ति देसाई का कहना है कि की चाहे जो हो जाए, लेकिन वो महिलाओं को उनका हक दिलाने के लिए आखरी दम तक संघर्ष करती रहेगी। अब बीजेपी तृप्ति के बचाव में आगे आई है।

बीजेपी नेता सायना एनसी का कहना है कि किसी की हिम्मत नहीं हो सकती की महिला को चप्पल से मारे। अगर मंदिर में एंट्री मिलती है तो मस्जिद में भी मिलनी चाहिए। हर महिला यही चाहती है की भक्ति की जगह पर सम्मान मिले। यह मुद्दा महिला के सम्मान का है राजनीती का नहीं।

अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए तृप्ति देसाई ने बॉलीवुड के तीनों स्टार खान से भी अपील की है। उनका कहना है कि हाजी अली में महिलाओं के घुसने को लेकर सलमान खान, शाहरुख खान और आमिर खान की क्या राय है, इसके सामने आने से काफी असर पड़ेगा। भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई इन तीनों खानों की फैन्स कल्ब बहुत ज्यादा है। साथ ही उनका मुस्लिम सोसायटी पर भी एक अच्छा असर होगा। मैं अपील करती हूं।

इन तीनों खानों से कि आगे आकर हाजी अली के बारें मे अपनी राय दें। यही नहीं, महिलाओं को समान हक दिलाने के लिए तृप्ति देसाई ने एक और पहल की है। उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत के नाम खत लिखकर कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में महिलाओं को भी शामिल किया जाना चाहिए। राष्ट्र सेविका समिति भले ही महिलाओं के लिए है, लेकिन इस समिति ने कभी भी महिलाओं के लिए कोई आक्रामक काम नहीं किया। ये समिति महिलाओं के लिए सिर्फ नाम मात्र है।

ऐसे बड़े संगठन में जिस तरह पुरुषों की संख्या है उसी तरह अगर महिलाओं की संख्या भी हो तो देश को एक समानता का संदेश मिलेगा। 28 अप्रैल को शाम को बड़ी संख्या में तृप्ति देसाई के साथ कई महिला संगठन विरोध प्रदर्शन करेंगी। इसी दौरान एमआईएम और खातून ब्रिगेड तृप्ति देसाई का विरोध करने वाले हैं। ऐसे में टकराव की स्थिति पैदा होने की आशंका जताई गई है। इसी आशंका के मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।