जम्मू।

रमजान के मौके पर भारत ने भले ही उदारता दिखाते हुए सीजफायर की घोषणा कर दी है, लेकिन पाकिस्‍तान पर इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। जम्मू में शुक्रवार को तड़के पाकिस्तान की भारी गोलाबारी में सीमा सुरक्षा बल के जवान समेत पांच लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य लोग घायल हो गए। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलाबारी और गोलीबारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू कश्मीर के दौरे से एक दिन पहले हुई है।

बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू के आरएसपुरा,  बिश्नाह, अरनिया सेक्टरों में देर रात करीब एक बजे से मोर्टार दागना और गोलीबारी करना तेज कर दिया है। उन्होंने बताया कि सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने हमलों का जवाब दिया। शहीद जवान की पहचान 192 बटालियन के 28 वर्षीय कांस्टेबल सीताराम उपाध्याय के तौर पर हुई है।

अधिकारी ने बताया कि वह जब्बोवाल सीमा चौकी पर रात करीब डेढ़ बजे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जम्मू के जीएमसी अस्पताल ले जाते समय उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। वह झारखंड के गिरीडीह के रहने वाले थे और 2011 में बल में शामिल हुए थे।

उपाध्याय के परिवार में तीन वर्षीय बेटा और एक वर्षीय बेटी है। बीएसएफ के सहायक उप-निरीक्षक पित्तल सीमा चौकी पर घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

आरएसपुरा के एसडीपीओ साहिल पराशर ने बताया कि गोलाबारी ग्रस्त इलाकों से घायलों को निकालने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए पुलिस बुलेटप्रूफ वाहनों का इस्तेमाल कर रही है। गोलाबारी के मद्देनजर प्रशासन ने आश्रय स्थलों को सक्रिय कर दिया है। बहरहाल, कठुआ और सांबा जिलों में गोलाबारी थम गई है।

पाकिस्तान की भारी गोलाबारी से सीमांत क्षेत्रों में दहशत है। एहितयात के तौर पर सीमा से सटे इलाकों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। सीमा सुरक्षा बल पाकिस्तान की गोलाबारी का कड़ा जवाब दे रहा है। गोलाबारी प्रभावितों की सुध लेने के लिए जिला प्रशासन ने भी अभियान शुरू कर दिया है।

देर रात को पाकिस्तान ने इन दो सीमांत जिलों में दो दर्जन से अधिक चौकियों व गांवों को निशाना बनाकर गोले दागने शुरू कर दिए। एक गोला आरएसपुरा के चंदू चक में गिरा जिससे क्षेत्र के निवासी तरसेम व उनकी पत्नी मंजीत कौर की मौत हो गई। वह जम्मू जिले के बिश्नाह के त्रेवा में मोर्टार शैल फटने से 60 वर्षीय सतपाल पुत्र अमरनाथ व जगमोहन पुत्र साधु राम का निधन हो गया।

गोलाबारी में कई मवेशी भी मारे गए हैं व घरों को नुकसान पहुंचा है। गोलाबारी में रामगढ़ में सीमा सुरक्षा बल का एएसआई, देसराज यादव, आरएसपुरा के जोड़ा फार्म में फारूक दीन, शामका गांव में प्यारा राम, अरनिया के त्रेवा में हरबंस लाल, रमन कुमार, राजेश कुमार घायल हो गए।