मैरी कॉम

पाँच बार की विश्व चैम्पियन और लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की महिला मुक्केबाज़ एमसी मेरी कॉम इस साल होने वाले रियो ओलंपिक के लिए क्वालिफ़ाई नहीं कर पाई हैं। टूर्नामेंट में जाने से पहले 33 साल की इस मुक्केबाज़ ने कहा था कि वह इस टूर्नामेंट में क्वालिफ़ाई करने के लिए पूरी कोशिश करेंगी, लेकिन वह नाकाम रहीं।

भारत की महिला मुक्केबाज़ मैरी कॉम रियो ओलिंपिक खेलों के लिए क्वालिफ़ाई करने में नाकाम रहीं। कज़ाकिस्तान में चल रही विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप में दूसरे ही दौर में जर्मनी की बॉक्सर एज़ीज निमामी ने मैरी कॉम को मात दी। मैरी कॉम के पास क्वालफ़ाई करने का यह आखिरी मौका था और वह इसे गंवा बैठी हैं।

अपने पहले मैच में मेरी कॉम ने स्वीडन की जुलियाना सोडरस्ट्रोम को मात दी थी। लेकिन दूसरे दौर के मैच में वे जर्मनी की अज़ीज़ी निमानी से हार गईं। मेरी पांच बार की विश्व चैंपियन हैं जबकि चार बार वो एशियन चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। इसके अलावा 2014 के एशियन गेम्स में भी उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था।

वहीं, 2012 लंदन ओलंपिक में जब महिला मुक्केबाजी प्रतियोगिता को इस आयोजन में शामिल किया गया तो वो यहां कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज़ बनीं थीं।