नई दिल्ली। दिल्ली और एनसीआर में छाई धुंध और वायु प्रदूषण ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दिल्ली-एनसीआर में हफ्ते भर से छाया स्मॉग पड़ोसी मुल्क पाकिस्‍तान तक पहुंच गया है। पंजाब से सटे पाकिस्तान के लाहौर और कराची में इस ‘स्मॉग बम’ से सभी हैरान हैं।

पिछले तीन-चार दिनों से लाहौर शहर के आसमान में धुंध छाई है। लोगों ने आंखों में खुजली और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की है। लाहौर में ऐसे हालात पहली बार बने हैं। पाकिस्तान के मौसम विभाग का कहना है कि इस तरह के हालात पाकिस्‍तान के समूचे पंजाब प्रांत में नवंबर से दिसंबर तक रह सकते हैं।

पाकिस्तान की शिकायत है कि भारत के पंजाब में किसान अपने खेतों में फसलें कटने के बाद बचा-खुचा भूसा खेतों में जला देते हैं। इस वजह से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और कराची समेत देश के तमाम औद्योगिक शहरों में स्मॉग का कहर है। लाहौर से इस्लामाबाद के बीच मोटरवे पर भी दृश्यता कम है। इस मोटरवे पर वाहनों की काफी आवाजाही रहती है।

मोटरवे के अधिकारियों ने लोगों को धीमी स्पीड से चलने और फॉग लैंप का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। पाकिस्तान के मौसम विभाग ने कहा है कि नवंबर और दिसंबर में बारिश की संभावना बिल्कुल ही नहीं है,  ऐसे में स्मॉग से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। खासकर शहरी इलाके स्मॉग से ज्यादा प्रभावित होंगे।

पाकिस्‍तान के पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ ने स्मॉग को गंभीरता से लेते हुए मौसम के हालात पर नजर रखने के लिए एक कमेटी का गठन किया है। सरकार स्मॉग से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों और सड़क हादसों के मद्देनजर स्कूल बंद करने पर भी विचार कर रही है।

पाकिस्‍तान के पंजाब में स्मॉग से जुड़ी घटनाओं में पिछले हफ्ते कम से कम 17 लोग मारे गए। अस्पतालों में मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। इनमें बच्चों और बुजुर्गों की तादाद सबसे ज्यादा है।

स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञों ने लोगों को जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलने और मास्क और चश्मे पहनने की सलाह दी है। दिल और सांस के मरीजों को ठंडे पेय पदार्थों से दूर रहने और भाप लेते रहने की सलाह दी जा रही है।