नई दिल्‍ली। भारत और पाकिस्तान के बीच जारी राजनयिक तनाव बढ़ता जा रहा है। एक पाकिस्तानी अखबार का दावा है कि दोनों देश अपने-अपने उच्चायुक्तों को वापस बुला सकते हैं। साथ ही दोनों देश अपने दूतावासों में राजनयिकों की संख्या में काफी कटौती भी कर सकते हैं।

दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच यह तनाव पठानकोट और उड़ी हमले से जारी है, लेकिन पिछले दिनों नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास में भारत के खिलाफ जाजूसी कर रहे एक राजनयिक की गिरफ्तारी और उन्हें भारत छोड़ने के आदेश के बाद दोनों देशों के बीच तनाव गहरा गया है।

जासूसी विवाद में फंसे पाकिस्तानी राजनयिक को भारत ने देश छोड़ने को कहा था, लेकिन पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति करते हुए अपने छह अधिकारियों को वापस बुला लिया। उधर, पाकिस्तान ने भी जाजूसी विवाद को लेकर इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास के उप उच्चायुक्त को कई बार तलब किया। उसके अगले दिन बाद पाकिस्तान ने भी भारतीय उच्चायोग पर जासूसी करने के आरोप लगाए। अगर दोनों देश अपने उच्चायुक्तों को वापस बुलाते हैं, तो निश्चित रूप से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और गहरा सकता है।

उड़ी हमले के बाद जिस तरह भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक किया, उसके बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। पाकिस्तान की इस गोलीबारी से जहां भारतीय सुरक्षा बलों के कई जवानों की मौत हुई है, वहीं सीमा से सटे गांवों में पाकिस्तानी रेंजर की गोलीबारी में कई लोगों की जानें गई हैं। हालांकि, भारत के जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान की कई पोस्ट नष्‍ट कर दी गईं और उसके सैनिक मारे गए हैं।