IIT की फीस में दुगने से ज्यादा की बढ़ौतरी की गई है। फीस 90 हजार से बढ़ाकर 2 लाख हो गई है। हालांकि एससी/एसटी, ओबीसी और दिव्यांग स्टूडेंट्स की पूरी फीस माफ करने का फैसला भी सरकार ने लिया है। इसके संबंध में औपचारिक घोषणा जल्दी की जाएगी। फीस नए सेशन से लागू होगी । आईआईटी काउंसिल ने हाल ही में सुझाव दिया था कि IIT के अंडरग्रेजुएट कोर्स की फीस 90,000 हजार सालाना से बढ़ाकर 3 लाख कर दी जाए।

IIIT और एनआईटी की फीस

आईआईटी के बाद देश के टॉप इंजीनियरिंग संस्थान ट्रिपलआईटी (IIIT) में अलग-अलग शहर के हिसाब से फीस स्ट्रक्चर दो लाख से साढ़े छह लाख रुपये तक है। जबकि एनआईटी में 70000 रुपये सालाना ट्यूशन फीस निर्धारित की गई है।

संस्थानों की संख्या

देश में फिलहाल 22 आईआईटी हैं। जहां अब तक सबसे कम फीस आईएसएम धनबाद में 49,842 रुपये है। जबकि सबसे ज्यादा फीस आईआईटी जोधपुर में 68,000 रुपये थी। फीस बढ़ाने का सरकार का नया फैसला लागू होने पर इन संस्थानों की फीस में भी उसी औसत से इजाफा होगा। देश में कुल 20 ट्रिपलआईटी और 31 एनआईटी हैं।

बीपीएल परिवारों के बच्चों को फीस में छूट

सरकार की ओर से बनाए गए नए नियम के मुताबिक, गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन बिताने वाले परिवारों के बच्चों को आईआईटी फीस में छूट दी जाएगी। सरकार के इस कदम से देश के सभी आईआईटी में पढ़ने वाले 50 फीसदी छात्रों को फायदा होगा।

प्राइवेट संस्थानों की फीस है ज्यादा

सरकारी इंजीनियरिंग संस्थानों की तुलना में देश के प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों की फीस कहीं ज्यादा है। कुछ प्राइवेट कॉलेजों की फीस 5 लाख से 10 लाख रुपये के बीच है।

बता दें कि आईआईटी में एससी के लिए 15 फीसदी, एसटी के लिए 7.5 फीसदी और ओबीसी के लिए 27 फीसदी आरक्षण लागू है। फीस में 66 फीसदी की छूट किए जाने से स्‍टूडेंट्स को लाभ मिलेगा।