हैदराबाद।

एक ऐसी घटना सामने आई है जिससे आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। तेलंगाना राज्य विमानन अकादमी (टीएसएए) के एक प्रशिक्षण हेलीकॉप्‍टर के दरवाजे का एक हिस्सा सोमवार को लालापेट इलाके में एक घर की छत पर गिर गया, जिससे स्‍थानीय लोग डर गए हैं। हालांकि कोई भी घायल नहीं हुआ।

टीएसएए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय का हवाई सुरक्षा प्राधिकरण इस बात की जांच कर रहा है कि उड़ते हेलीकॉप्‍टर का दरवाजा आखिर कैसे गिर गया। लालगुड़ा पुलिस थाना के एसएचओ करन कुमार सिंह के मुताबिक, उन्हें यादव बस्ती के एक निवासी ने फोन कर कहा कि विमान का दरवाजा जैसी एक चीज उनके घर पर गिरी है और उसके गिरने से तेज आवाज सुनाई दी।

एसएचओ ने बताया, ‘हमारी टीम ने उस हिस्से को बरामद कर लिया है जो हेलीकॉप्टर के दरवाजे जैसा लगता है। इस घटना में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। कोई शिकायत भी नहीं मिली है। हमने इसे लेकर कोई मामला दर्ज नहीं किया है। हम विमानन विशेषज्ञों के साथ इस मामले की जांच कर रहे हैं।’

दरअसल, लालापेट में बनी यादव बस्ती में रहने वाले यादव परिवार की छत पर अचानक कोई भारी चीज गिरने की आवाज आई। जब परिजन छत पर पहुंचे तो देखा कि यह कुछ और नहीं बल्कि विमान का दरवाजा था।

यह दरवाजा उस वक्त शहर के आसमान में 2,500 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे स्टेट एविएशन एकेडमी के विमान का था जो आसमान से गिरा था। घटना के कुछ देर पहले ही छत पर पेंटिंग का काम कर रहा एक शख्स लंच ब्रेक के लिए नीचे उतरा था जिसके चलते वो बाल-बाल बच गया।

लालापेट में ट्रेनिंग सेंटर होने की वजह से यहां अक्सर ट्रेनी विमान उड़ते रहते हैं। घटना के बाद डीजीसीए ने जांच के आदेश दे दिए हैं। सूचना के बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और टूटे हुए ग्लास के साथ दरवाजे को कब्जे में कर लिया।

जिस छत पर दरवाजा गिरा उस घर के मालिक गणेश यादव का कहना है कि हादसे में एक पेंटर की जान जा सकती थी। हादसे से थोड़ी देर पहले तक वह पेंटर छत पर काम कर रहा था।

हैदराबाद के लालापेट इलाके में अकसर ऐसे प्‍लेन दिखाई देते रहते हैं जो जमीन से कुछ ही ऊपर होते हैं। दरअसल, यहां रोजाना हवाई जहाज ट्रेनिंग के मकसद से दिन में कई बार उड़ान भरते हैं।

डायरेक्‍टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने हादसे को लेकर जांच शुरू कर दी है। हादसे के बाद प्‍लेन का टूटा हुआ दरवाजा कई घंटों तक पुलिस स्‍टेशन में मौजूद था। बाद में सिविल एविएशन अधिकारी उसे अपने साथ ले गए।

पिछले 28 सितंबर को इंडियन एयर फोर्स का ट्रेनी एयरक्राफ्ट भी इसी इलाके में दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया था। हादसे में तीनों पायलट बच गए थे।