नई दिल्‍ली। स्टार शटलर पीवी सिंधु का ओलंपिक में सिल्वर तक का सफर आसान नहीं रहा, क्‍योंकि  जब बात अनुशासन की आती है तो भारत के दिग्गज बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद कोई समझौता नहीं करते। साइना नेहवाल से लेकर सिंधु तक गोपी के सिद्धांत कभी नहीं बदले। उन्होंने पिछले तीन महीने से पीवी सिंधु को फोन से दूर रखा और रियो पहुंचने पर उन्‍हें उनकी पसंदीदा आइसक्रीम भी नहीं खाने दी। दरअसल, जब कुछ पाना होता है तो फिर जिंदगी में बहुत कुछ खोना भी पड़ता है। आज सिंधु पर पैसों की बारिश हो रही है। कोई उन्‍हें बीएमडब्‍ल्‍यू कार दे रहा है तो कोई चार करोड़ रुपये। यह सब सिंधु के बलिदान और कोच गोपीचंद के अनुशासन का ही परिणाम है।

जिस दिन गोपीचंद की शिष्या सिंधु रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी उस दिन एक कड़क शिक्षक भी नरम बन गया और उन्होंने बड़े भाई की तरह भूमिका निभाई। अब मिशन पूरा होने के बाद सिंधु भी एक आम 21 वर्षीय लड़की की तरह जिंदगी जी सकती है और अपने साथियों को व्हाट्सएप पर संदेश भेजने के अलावा अपनी पसंदीदा आइसक्रीम भी खा सकती है। सिंधु के रजत पदक जीतने के बाद गोपी ने कहा, ‘सिंधु के पास पिछले तीन महीने के दौरान उसका फोन नहीं था। पहला काम मैं यह करूंगा कि उसे उसका फोन लौटाऊंगा। दूसरी चीज यहां पहुंचने के बाद पिछले 12-13 दिन से मैंने उसे मीठी दही नहीं खाने दी थी जो उसे बहुत पसंद है। मैंने उसे आइसक्रीम खाने से भी रोक दिया था। अब वह जो चाहे वह खा सकती है।’

गोपी ने ओलिंपिक से सिंधु के अनुशासन और कड़ी मेहनत की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘पिछला सप्ताह उसके लिए शानदार रहा। पिछले दो महीनों में उसने जिस तरह से कड़ी मेहनत की वह बेजोड़ उदाहरण है। जिस तरह से बिना किसी शिकायत के उसने बलिदान किए वह शानदार था। वह अब इस क्षण का आनंद लेने की हकदार है और अब मैं वास्तव में चाहता हूं कि वह ऐसा करे। मैं वास्तव में बहुत-बहुत खुश हूं।’ उन्होंने कहा, ‘सिंधु अभी युवा है। मेरा मानना है कि इस टूर्नामेंट से उसे काफी कुछ सीखने को मिला है। उसके पास आगे बढ़ने की बहुत क्षमता है। आपको अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए। उसने हमें गौरवान्वित किया है। मैं उसके लिए वास्तव में खुश हूं। ‘ गोपी ने सिंधु को सलाह दी कि वह स्वर्ण पदक से चूकने के कारण निराश होने के बजाय रजत पद जीतने की खुशी मनाए।’

उन्होंने कहा, ‘मैंने उससे कहा कि वह हार के बारे में बिलकुल न सोचे। यह याद करो कि हमने एक पदक जीता है। मैं उससे कहना चाहता हूं कि वह पिछले सप्ताह के प्रयासों को न भूले जो उसने पोडियम पर दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिए किए थे।’ गोपी ने कहा, ‘उसने जो प्रयास किए उससे उसने हम सबको गौरवान्वित किया है। यह उससे अधिक महत्वपूर्ण मेरे लिए है कि हम यह भूल जाएं कि वह मैच हार गई। हम इस पर ध्यान दें कि उसने पदक जीता।’ गोपी ने हालांकि कहा कि यदि स्टेडियम में राष्ट्रगान बजता तो अधिक खुशी होती। उन्होंने कहा,  ‘मैं भी चाहता था कि हमारा ध्वज थोड़ा और ऊपर फहराया जाता,  लेकिन यह कहते हुए भी मैं सिंधु की तारीफ करता हूं कि उसने यहां तक पहुंचने के लिए बेहद कड़ी मेहनत की।’  टूर्नामेंट की बात करें तो विश्व में दसवें नंबर की सिंधु पूरी तरह से एक अलग तरह की खिलाड़ी दिखीं। यहां तक भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी और लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नहेवाल ग्रुप चरण से ही बाहर हो गई थी।’

हैदराबाद डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन एसोसिएशन के प्रेसिडेंट वी चामुंडेश्वरनाथ ने पीवी सिंधु को बीएमडब्‍ल्‍यू कार गिफ्ट करने का एलान किया है। वहीं,  हरियाणा सरकार पहले ही सिल्वर मेडलिस्ट को बतौर इनाम चार करोड़ रुपये देने का एलान कर चुकी है। हैदराबाद की रियल स्टेट कंपनियों ने भी सिंधू को फ्लैट देने का एलान किया है। इसके अलावा भारत सरकार,  तेलंगाना सरकार,  दिल्ली सरकार,  बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया,  रेल मंत्रालय,  इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन और बॉलीवुड एक्टर सलमान खान ने भी सिंधु के लिए इनाम की घोषणा की है।