ओपिनियन पोस्ट

गाजियाबाद में बक्सर के डीएम मुकेश पांडे मौत आत्‍म हत्‍या थी ये तो स्थापित हो गया है लेकिन ख़ुदकुशी के लिए उनको मजबूर करने की वजह क्या थी इसका पता लगाने के लिए ग़ाज़ियाबाद की जीआरपी पुलिस कई पहलूओ से जाँच कर रही है। मुकेश के शव का दोपहर 12 बजे पोस्टमार्टम होना है ।दिल्ली के सरोजनी नगर में रहने वाले उनके ससुर व दूसरे परिजन भी रात से गाज़ियाबाद में ही है । बता दें कि मुकेश पांडे कल से लापता थे और उनके ससुर ने दिल्ली के सरोजिनी नगर थाने में शाम को उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। गाजियाबाद में जीआरपी एसआई ने उनका शव कोटगाव में रेलवे लाइन शव पड़ा देखा था और सूचना अधिकारियों को दी थी।
रात करीब 9 बजे गश्त के दौरान जीआरपी एसआई ने उनका शव पड़ा देखा। उनकी गर्दन कट चुकी थी। उनकी तलाशी लेने पर सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिससे उनकी शिनाख्त हो सकी। उसमें तीन मोबाइल नंबर दर्ज थे । नीचे लिखा था कि मेरी मौत के बाद इन नंबरों पर जानकारी दी जाए।
पुलिस के मुताबिक मुकेश पांडे बिहार कैडर के 2012 बैच के आईएएस थे। एक अगस्त को ही उन्होंने बतौर डीएम बक्सर जिले का चार्ज संभाला था। पुलिस के मुताबिक वह दिल्ली हुए थे। डीएम गाजियाबाद मिनिस्ती एस, एसएसपी एचएन सिंह और एसपी सिटी आकाश तोमर भी मौके पर पहुंचे। डीएम ने बताया कि रात 8:40 बजे पद्मावत एक्सप्रेस गुजरी थी, संभावना है कि उसी ट्रेन से कूदकर या उसके आगे आकर आत्महत्या की है। पुलिस की सूचना पर उनके सास, ससुर और पत्नी मौके पर पहुंचे थे। वैसे दिल्ली का कहना है कि परिजनों और मित्रों ने गुमशुदगी के वक़्त ही उनके आत्महत्या करने जाने का शक भी जताया था।

व्हाट्सऐप पर किया ये मैसेज
मृतक मुकेश पांडे ने मरने से पहले अपनी मौत की वजह एक वाट्सएप मैसेज अपने एक परिचित को भेजा था जिसने उनके परिजनों और पुलिस को ये बात बताई । उन्होंने मैसेज में उन सब बातों का जिक्र किया जिसकी वजह से उन्हें ये दुनिया छोड़कर जानी पड़ी। दरअसल, अपनी मौत से पहले वाट्सएप करने वाले डीएम ने लिखा कि ‘मैं जीवन से निराश हूं और मानवता से विश्वास उठ गया है। मेरा सुसाइड नोट दिल्ली के होटल लीला पैलेस में नाईक के बैग में रूम नंबर 742 में रखा है। उन्होंने आगे लिखा कि मैं आप सबसे प्यार करता हूं, कृपया मुझे माफ कर दें।’ पुलिस ने होटल लीला पैलेस से मुकेश पांडे का बैग बरामद कर लिया है। हालाँकि अभी तक की जाँच में यही सामने आ रहा है की उनकी किसी बात को लेकर पत्नी व ससुर से कहासुनी हो गई थी। लेकिन वो कौन सी बात है जिसके कारण एक आईएएस अधिकारी ने ख़ुदकुशी कर ली पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है ।

संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में था 14 वां स्थान
मुकेश मूल रूप से बिहार के सारण (छपरा) के रहने वाले थे। 2011 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में देशभर में 14 वां स्थान हासिल किया था। बिहार कैडर मिलने के बाद मुकेश पांडेय की पहली पोस्टिंग गया में प्रशिक्षु आइएएस अफसर के पद पर हुई थी। उसके बाद उन्हें बेगूसराय के बलिया अनुमंडल का एसडीओ और फिर कटिहार का डीडीसी बनाया गया था।