नोएडा । महिला सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार भले ही कितने ही दावे करे, लेकिन जमीनी हकीकत की पोल नोएडा पुलिस की कार्रवाई ने खोलकर रख दी है। नोएडा के सेक्टर-63 छिजारसी की रहने वाली 11 वीं कक्षा की छात्रा ने मनचलों की छेड़छाड़ से तंग आकर आत्महत्या कर ली। क्यूंकि शिकायत के बावजूद पुलिस ने छेड़छाड़ करने वाले आरोपियों को पकड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की थी ।
मृतक छात्रा के परिजनों का आरोप है कि बीते मंगलवार को उनकी बेटी ने छेड़छाड़ से परेशान होकर आत्महत्या करने का सुसाइड नोट मिलने पर उन्होंने इलाके की चौकी और थाना प्रभारी से शिकायत की थी, बावजूद पुलिस आरोपियों का नाम पता मालूम होते हुए भी उनको पकड़ नहीं पाई है।
इस छात्रा की खुदकशी ने महिला सुरक्षा के दावों की पोल खोल दी है। नोएडा हाईटेक सिटी है और यहां पर महिलाओं की सुरक्षा और ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है, लेकिन प्रदेश सरकार के दावों को भी दरकिनार करती हुई नोएडा पुलिस की हकीकत सामने तब आई, जब नोएडा के छिजारसी की रहने वाली 11 वीं कक्षा को छात्रा को पुलिस मनचलों से बचा नहीं पाई।
दरअसल अंकिता (बदला हुआ नाम) को कुछ लड़के काफी दिनों से परेशान कर रहे थे, जिसके चलते अंकिता ने आत्महत्या करने के लिए सुसाइड नोट पिछले मंगलवार को लिख लिया था और वो सुसाइड नोट पीड़िता के भाई ने उसके स्कूल बैग में देख लिया।
युवती के परिजनों ने छिजारसी चोकी पर शिकायत की और पुलिस को सुसाइड नोट मिलने के बाद भी मनचलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके चलते छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
छात्रा के परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस समय से कार्रवाई करती तो उनकी बेटी आत्महत्या करने को मजबूर नहीं होती। वहीं इस छात्रा के सुसाइस नोट में लिखी बातें अखिलेश सरकार के महिला सुरक्षा के दावों पर सवाल खड़ी रही हैं।