पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के कट्टर हिंदूवादी नेता के रूप में उभरे विधायक संगीत सोम अपने गांव सरधना में संत विजय कौशल जी महाराज की रामकथा करवा रहे थे। इसी दौरान उनसे ओपिनियन पोस्ट से हुई बातचीत के अंश-

अजीत सिंह के कुछ दलों के साथ लड़ने से भाजपा पर क्या फर्क पड़ेगा?
सभी जातियों के साथ जाट पूरी तरह से भाजपा के पक्ष में हैं। अजित सिंह के पूरा जोर लगाने पर भी समुदाय का कम से कम 75 फीसदी वोट भाजपा को मिलेगा। लोकसभा चुनाव में यह सबको दिखा भी है और इस बार फिर दिखेगा। भाजपा ने यहां समाज के लिए जमीनी स्तर पर जो लड़ाई लड़ी है उसका नतीजा इस चुनाव में बहुत साफ दिखेगा।

क्या मुजफ्फरनगर दंगों का असर चुनाव परिणाम पर होगा?
सपा सरकार के कुशासन और पिछली बसपा सरकार के भ्रष्टाचार का मुद्दा तो होगा ही। यहां स्थानीय तौर पर वे घटनाएं जिनमें समाज के लोग, आम जनता सरकार की एकपक्षीय कार्रवाई के शिकार हुए, वे भाजपा के लिए वोट करेंगे। मुजफ्फरनगर दंगों जैसी घटना उसी में से एक है। जनता के साथ सच के लिए खड़े होने वाले हम जैसे लोगों को निशाना बनाया गया। लोग उसे ध्यान में रखते हुए वोट करेंगे।

नोटबंदी से लोग परेशान हैं। इसका नुकसान चुनाव में कितना होगा?
कोई नुकसान नहीं होगा। बल्कि इसका फायदा मिलेगा। अभी एक विपक्षी दल के प्रत्याशी से किसी कार्यक्रम में मुलाकात हुई। मैंने पूछा- भाई, कैसा चल रहा चुनाव प्रचार तो उसने कहा- प्रचार का हाल यह है कि लोग दिन भर बैंक और एटीम की लाइन में लग रहे हैं और शाम को घर लौटकर आ रहे हैं तो कह रहे हैं कि मोदी बहुत बढ़िया काम कर रहा है। हमारी सुन ही नहीं रहे हैं। ये मेरे विरोधी पार्टी के प्रत्याशी का कहना है।

ये तो आपके विरोधी प्रत्याशी का अनुभव है। क्या आपसे लोग विरोध नहीं जता रहे?
मैं अभी बागपत एक शादी में गया था। जाट परिवार के काफी लोग थे। मुझे लगा कि नोटबंदी को लेकर लोग नाराज होंगे। मैं बचकर निकल रहा था, तभी एक बुजुर्ग ने मुझे आवाज देकर बुलाया और बैठाया। फिर कहा- लाला मुझे ये बता दो तुम लोग ये मोदी कहां से लाए। मैं चौंका, फिर पूछा- क्यों? क्या हुआ? बोले-भई गजब ही कर दिया देश में। ये मोदी ही कर सकता था और किसी के बस में नहीं था ये करना। इससे बढ़िया और क्या काम हो सकता है। मुझे ये लगा कि देशहित के किसी काम में इस देश का गरीब, किसान और आम आदमी कष्ट उठाकर भी हमेशा आपके साथ रहता है।