ओपिनियन पोस्ट
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ के लिए विधायकों के बीच सीट छोड़ने की होड़ लगी हुई है। अब तक चार विधायकों ने अपनी विधानसभा सीट छोड़ने की पेशकश की है। यूपी के नवनिर्चाचित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था । योगी आदित्यनाथ यूपी के गोरखपुर से 5 बार से लगातार गोरखपुर से सांसद चुने जाते रहे थे। अब मुख्यमंत्री बने रहने के बाद उन्हें छः महीने के भीतर यूपी विधानसभा का सदस्य बनना होगा ।
गौरतलब है कि यूपी में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद पार्टी के संसदीय दल ने योगी को सूबे की कमान देने का निर्णय लिया था। औपचारिक ऐलान के बाद योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रदेश के सीएम पद की शपथ ली थी।
कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह
सबसे पहले महाराजगंज के कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने अपनी सीट योगी के लिए छोड़ने की पेशकश की थी। फतेह बहादुर ने कहा था कि वो अपनी सीट योगी के लिए छोड़ने को तैयार हैं।
गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह
गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने मंगलवार सुबह योगी अदित्यनाथ के लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की है। विपिन सिंह ने तो बाकायदा अपने लेटर हेड पर सीट छोड़ने की पेशकश मीडिया को जारी कर दी।
विधायक शैलेंद्र सिंह शैलू भी तैयार
मंगलवार को ही अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि बलरामपुर की गैसड़ी सीट से चुने गए शैलेंद्र कुमार सिंह शैलू ने भी अपनी सीट छोड़ने का ऐलान किया। इन तीनों के अलावा गोरखपुर के सहजनवा से बुजुर्ग विधायक शीतल पांडे ने भी अपनी सीट ऑफर किया है।
गोरखपुर सदर की सीट पसंद कर सकते हैं योगी
हालांकि, योगी के समर्थकों की माने तो वह गोरखपुर सदर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। यहां से विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल को संसद भेजा जाएगा।