लाइव कोटेंट अवार्ड्स 2015 में ‘बेस्ट फीमेल डीजे इन इंडिया’ का अवार्ड जीत चुकी बरखा देश की जानी मानी डीजे आर्टिस्ट हैं। खुद परफार्म भी करती हैं, गाती भी हैं। मॉडलिंग की दुनिया से डीजे बनने वाली बरखा ने संघर्ष कर नाम कमाया है। संघर्ष इसलिए क्योंकि कुछ साल पहले तक डीजे को उतना बेहतर प्रोफेशन नहीं माना जाता था और लड़कियां तो इसमें कम ही आती थीं। बॉलीवुड से एक्टर बॉबी देओल के डीजे अवतार से इस दुनिया के रुतबे और चमक-दमक पर क्या असर पड़ेगा इसे लेकर उनसे बात की अजय विद्युत ने।

क्या दिल्ली की म्यूजिक और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री या जो क्लब्स हैं, डीजे होते हैं इनमें… यह इतनी बड़ी है कि बाहर से भी लोग आकर इसमें समा सकें।
इस समय तो दिल्ली की म्यूजिक और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री काफी बड़ी हो गई है। एक नाम बनाना बहुत जरूरी होता है इस इंडस्ट्री में। तो अगर आपका काम अच्छा है, परफॉर्मंेस अच्छी है, लोगों ने आपको सुना हुआ है, आपकी फैन फॉलोइंग अच्छी है, क्राउड आपके म्युजिक पर रेस्पांस करता है, लोग एंज्वाय करते हैं- तो यहां लोग बाहर के आर्टिस्ट को भी खूब बुलाते हैं। अब तो इतने क्लब्स और पब्स हो गए हैं कि डीजे की रिक्वायरमेंट काफी बढ़ी है। तो यहां काम तो अब सभी के लिए है। बाहर के डीजे यहां काफी प्ले करते हैं। वो रेगुलर बेसिस पर आते रहते हैं। जैसे कि हम लोग भी परफॉर्म करने हर जगह जाते हैं। देश में भी और कभी बाहर भी।

बॉलीवुड के एक्टर बॉबी देओल की दिल्ली के आरएसवीपी क्लब में 29 जुलाई को डीजे के तौर पर एंट्री हुई… क्या कहेंगी?
फिल्म इंडस्ट्री में देओल फैमिली काफी बड़ा नाम है। मेरे ख्याल से अगर किसी का भी म्युजिक में इंटरेस्ट व नॉलेज हो, और वह उस करियर को आॅप्शन, प्रोफेशन या हॉबी के रूप में लेना चाहे तो इसमें कोई बुरी बात नहीं है। जहां तक बॉबी देओल का सवाल है वह एक रिकग्नाइज्ड एक्टर तो हैं ही फिल्म इंडस्ट्री में। जैसा कि लोग बताते हैैं कि हाल फिलहाल उनके पास ज्यादा काम नहीं है तो मुझे पक्के तौर पर यकीन है कि अगर वह इस फील्ड में आ रहे हैं तो उन्हें म्यूजिक में जरूर ही इंटरेस्ट होगा।

बॉबी देओल के आने से हमारे करियर या कहें कि प्रोफेशन को एक नाम मिलेगा क्योंकि सब तरफ बात हो रही है कि बॉबी देओल डीजे बन गए हैं। तो यह चर्चा फैलने से डीजे के करियर को और मान्यता मिलेगी ऐसा मेरा मानना है। डीजेइंग अभी भी उतना रिकग्नाइज्ड करियर नहीं है। एक आम आदमी यह नहीं समझ पाता है कि डीजे क्या होते हैं। तो अगर इस प्रोफेशन में ऐसे ही फिल्म इंडस्ट्री के और भी एक्टर्स आते हैं तो आम आदमी को भी जानकारी मिलेगी कि डीजे क्या होता है, वो क्या करते हैं।

अच्छा आप ही बताइए कि ये डीजे होता क्या है? क्या करता है?
एक डिस्क जॉकी को परफार्म करते समय कई चीजें दिमाग में रखनी होती हैं। एक तो आप क्या म्यूजिक प्ले करते हैं। जैसे कि मैं बॉलीवुड और कमर्शियल ईडीएम्स प्ले करती हूं। दूसरे क्राउड से कनेक्ट करना और उसकी नब्ज को समझना कि उसे क्या चाहिए। क्योंकि यहां कोई रिकॉर्डेड सेट तो होता नहीं हैं पूरी लाइव परफार्मंेस होती है। इसमें आपको कुछ ही घंटे मिलते हैं कि क्राउड वाकई एंजॉय कर सके। तो आपको यह देखना होता है कि एक के बाद एक कौन सा गाना मिक्स करें। डीजे की टेक्निकल चीजें सीखने के लिए कुछ प्रोफेशनल कोर्सेज भी होते हैं। इसमें प्रोडक्शन का काम भी होता है जैसे आप अपने ट्रैक बजाते हैं, म्यूजिक बजाते हैं। जैसे मेरे जो होते हैं वो सारे रिमिक्सेज मेरे अपने होते हैं। तो उसमें कोई हमें सुनेगा तो उसे यह लगना चाहिए न कि कुछ एक्सक्लूसिव म्यूजिक है आपका। इसके साथ ही क्राउड से बातचीत भी जरूरी होती है ताकि उसे पूरी तरह से संतुष्ट किया जा सके। तो यही तीन-चार चीजें परफॉर्मिंग के समय आपको दिमाग में रखनी होती हैं।

क्या दिल्ली में इस प्रोफेशन में इतना पैसा है कि वे बढ़िया से रह सकते हैं?
हां, बिल्कुल है। एंटरटेनमेंट इतनी बड़ी इंडस्ट्री हो गई है आजकल। सब उसके लिए खर्च करना चाहते हैं। आपको अपनी पार्टी रॉक करनी है, क्राउड पुल करना है तो क्लब वाले बाहर से भी आर्टिस्ट को, अगर उसका नाम है, तो बिल्कुल बुलाते हैं। क्लब्स के अलावा प्राइवेट पार्टीज, कॉरपोरेट इवेंट्स भी खूब होते हैं। वो सब भी चाहते हैं कि कोई अच्छा परफॉर्मर मिले उनको। पार्टी अच्छी हो। तो उनके पास इसका अच्छा खासा बजट होता है। अच्छे आर्टिस्ट को काफी आकर्षक पैसा मिलता है।

दिल्ली में और बाहर भी इवेंट्स काफी बढ़ गए हैं?
हां। कितने सारे तो क्लब्स हो गए हैं शहर में। इसके अलावा बेंगलूर, चेन्नै, कोलकाता, हैदराबाद, मुंबई, फिर चंडीगढ़, आगरा वगैरह। वहां भी काफी क्लब्स हैं जहां हमें परफॉर्म करने बुलाया जाता है। इसके अलावा विदेश भी जाना होता है। तो काम की कमी नहीं है, न दाम की।

परफॉर्मंेस के दौरान लोगों के साथ आपका अपना अनुभव?
देखिए लड़के को तारीफ करेंगे ही अगर कोई लड़की परफॉर्म कर रही हो तो। लेकिन कई बार ऐसी महिलाएं और लड़कियां भी मिलती हैं जो काफी ज्यादा मोटीवेट और इंस्पायर होती हैं आपको देखकर कि आप ऐसा काम कर रहे हैं। आते हैं, देखते हैं, मिलते हैं। काफी कांप्लीमेंट्स देते हैं। तो एक आर्टिस्ट के लिए तो काफी अच्छी फीलिंग होती है अगर ऐसा होता है तो।
दूसरी बात यह कि ये रात का जॉब होता है। सब तरफ अल्कोहल होती है। तो ये सब बातें पहले ही आर्गनाइजर से सेट करके रखनी होती हैं कि अगर फीमेल आर्टिस्ट है तो कोई मिसबिहेव न करे। तो आपको इन बातों का भी ध्यान रखना होता है। बाउंसर्स हों आपके साथ ताकि कोई अनवांटेड आपके ज्यादा नजदीक न आ सके।