कवि भानुप्रताप सिंह ‘भयंकर’ जो फैज़ाबाद के रहने वाले हैं इनकी हालही में लिखी और बोली गई नोटबंदी पर एक कविता सोशल मीडिया पर काफी चर्चित हो रही है। कविता के कुछ अंश इस तरह से हैं-

कोई जलावै कोई बहावे

कोई बदलने का जतन लगावै

जमा नोट एह दीमक खाईंए

सीबीआई से ना बचपाहींए

देश में नोट आपातकाल

ज्यादा दुखी केजरीवाल

कहैं मुलायम समय बढ़ाओ

ममता कहैं पुराण चलाओ

और मोदी मारी ऐसा छक्का

रहीं सोनियां हक्का-बक्का

राहुल बोखला के भागे

जाए बैंक लाईन में लागे

बहनजी हल्ला रहीं मचाए

कि ऐह आफत कहां से आए

इह मोदी की चले ना चाल

जनता सब है बेहाल

कहीं गरीबै खूब ठिकान

कहीं जमाखोर धनवान

मोदी कीहिन काम सब अच्छा

खुशी मनावै बच्चा-बच्चा

देश के जनता कहै पुकार

वाह ! रे मोदी की सरकार…

पूरी कविता को सुनने के लिए वीडियो देखें ।