मोहाली के मैदान पर विराट कोहली ने नाबाद 154 रन की पारी खेलकर टीम इंडिया को धमाकेदार जीत दिला दी।

विराट कोहली तब बल्लेबाज़ी करने उतरे जब टीम इंडिया ने महज 13 रन पर एक विकेट गंवा दिया था और टीम के सामने 286 रनों का विशाल लक्ष्य था।

कोहली विकेट पर टिकते इससे पहले ही उन्हें जीवनदान मिल गया। मेट हेनरी की गेंद पर स्लिप में रॉस टेलर से उनका कैच छूट गया।

इसके बाद कोहली ने इस मुक़ाबले में पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने 134 गेंद पर नाबाद 154 रन ठोक दिए। 16 चौके और एक छक्के की अपनी पारी के साथ वे टीम इंडिया को जीत दिलाकर ही पेवेलियन लौटे।

उनकी इस पारी पर जीत के बाद टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पुरस्कार प्रजेंटेशन समारोह में कहा, “क्रिकेट में टॉप लेवल क्या होता है, ये कहना बेहद मुश्किल है। लेकिन कोहली ने भारत को गर्व से भर दिया है।”

मोहाली में कोहली ने अपने वनडे करियर का 26वां शतक बनाया. कोहली किस रफ़्तार से शतक बना रहे हैं, इसका अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि महज 174वें वनडे में इस मुकाम तक पहुंच गए हैं।

वनडे क्रिकेट में कोहली से ज़्यादा शतक बनाने वाले बल्लेबाज़ों पर अगर नज़र डालें तो सचिन तेंदुलकर के नाम सबसे ज़्यादा शतक हैं। 49 शतक के लिए तेंदुलकर को 463 मैच खेलने पड़े।

जबकि 30 शतक बनाने वाले रिकी पॉन्टिंग को 375 वनडे। वहीं सनथ जयसूर्या ने 404 वनडे में 28 शतक जमाए।

ऐसे में बहुत जल्द ही वनडे क्रिकेट में शतक बनाने वालों में कोहली दूसरे नंबर पर आ सकते हैं और सचिन तेंदुलकर के वनडे शतकों का रिकॉर्ड भी उनसे बहुत दूर नहीं दिख रहा है.

विराट कोहली के शतकों के साथ सबसे ख़ास बात ये भी है कि वे टीम इंडिया को जीत दिलाने के लिए लगाए शतक हैं.