उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ में 21-22 फरवरी को ‘इन्वेस्टर्स समिट-2018’ आयोजन कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुंबई में इस समिट के लिए आयोजित रोड शो में कई बड़े उद्योगपतियों, निवेशकों व उद्यमियों से मुलाकात की और राज्य में निवेश के लिए उनका आ’’ान किया।
उन्होंने निवेशकों से कहा, ‘बदलते यूपी में आप सभी को निमंत्रित करता हूं। सरकार के नौ माह के कार्यकाल में अब प्रदेश की तस्वीर बदल चुकी है। राज्य में अब कानून का राज्य स्थापित हो चुका है। राज्य सरकार की अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उनके नेतृत्व में देश में सकारात्मक बदलाव आ रहा है और देश अब आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश भी इस विकास यात्रा में मजबूती के साथ भागीदारी निभाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह राज्य अब निवेश के लिए एक आकर्षक डेस्टिनेशन बन चुका है। वर्तमान सरकार इन स्थितियों का भरपूर लाभ उठाने के लिए निवेश अनुकूल नीतियों को लागू कर रही है।’
प्रदेश सरकार ने औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति, सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्ट-अप नीति, एग्रो और खाद्य प्रसंस्करण के संबंध में नीतियां लागू की हैं। बैंकिंग और वित्तीय संस्थाओं से जुड़े दिग्गजों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, ‘मैं यह बात विश्वास के साथ कह सकता हूं कि जो शुरुआती बदलाव दिख रहा है वो बहुत ही सकारात्मक है और यही विश्वास उद्योगपतियों से लेकर फिल्मी जगत से जुड़े लोगों में बना रहेगा।’
उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार औद्योगिक निवेश एवं रोजगार नीति पर लगातार जोर दे रही है। हम युवाओं के लिए रोजगार बढ़ाने की योजना पर काम कर रहे हैं, जैसे फूड प्रोसेसिंग, एग्रो और खाद्य प्रसंस्करण, डेयरी। हमारी औद्योगिक नीति बहुत ही लुभावनी है और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए विशेष योजना पर काम कर रहे हैं।’
योगी आदित्यनाथ ने देश के प्रमुख बैंकरों के साथ बैठक की जिनमें स्टेट बैंक आॅफ इंडिया के अध्यक्ष रजनीश कुमार, सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया के चेयरमैन राजीव रिषी और देना बैंक के अध्यक्ष अश्विनी कुमार शामिल थे। उन्होंने उन्हें प्रदेश में क्षेत्रीय कार्यालय खोलने के लिए आमंत्रित किया। टोरेंट ग्रुप के सुधीर मेहता, बजाज इलेक्ट्रॉनिक के शेखर बजाज, अजंता फार्मा के मधुसुदन अग्रवाल, गीतांजलि ग्रुप के मेहुल चोकसी ने भी भाग लिया। आदित्यनाथ ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी, टाटा संस एमेरिटस अध्यक्ष रतन टाटा, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा के प्रबंध निदेशक पवन गोयनका, एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख से भी मुलाकात की। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने यूपी इन्वेस्टर्स समिट-2018 का ‘लोगो’ और मोबाइल ऐप भी लांच किया।
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने इस मौके पर कहा कि राज्य सरकार उद्योगपतियों से समन्वय स्थापित करते हुए सहयोग करेगी। हम उद्यमियों की सुरक्षा, समृद्धि और सम्मान के लिए कार्य करने के साथ-साथ निवेशकों के हितों की रक्षा करेंगे। प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने कहा कि राज्य में निवेश के इच्छुक उद्योगपतियों के प्रस्तावों का सिंगल विंडो सिस्टम से तीव्रता से निस्तारण किया जाएगा। उद्यमियों को कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि फरवरी तक सचिवालय में ई-गवर्नेंस सिस्टम लागू हो जाएगा। राज्य के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय ने रोड शो के दौरान उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने रोडशो में आए उद्यमियों का स्वागत किया और कहा कि उत्तर प्रदेश देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। प्रदेश में निवेश करने वालों को एमओयू पर हस्ताक्षर करने के समय ही अनापत्ति प्रमाण पत्र एवं स्वीकृतियां उपलब्ध करा दी जाएंगी। राज्य सरकार निवेशकों को सभी सुविधाएं देने के लिए संकल्पित है। रिन्यू पावर वेंचर्स प्रा. लि. के चेयरमैन सुमन्त सिन्हा ने भी रोडशो को संबोधित किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों सहित उद्योगपति के के मोदी, अशोक हिन्दुजा, टाटा केमिकल्स के प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी आर मुकुन्दन, फिल्म निर्माता बोनी कपूर, अनुराग कश्यप, राहुल मित्रा, रणदीप हुड्डा सहित कई नामीगिरामी उद्योगपति मौजूद थे। प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय, मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव नवनीत सहगल, विशेष सचिव अमित सिंह व अन्य रोड शो में मौजूद थे। रोड शो का आयोजन सीआईआई की ओर से किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के आयोजन में लखनऊ एसोचैम निवेश संवर्धन विभाग के चेयरमैन शैलेंद्र श्रीवास्तव का भी सहयोग रहा।

प्रस्तुति: देबदुलाल पहाड़ी