नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने तृणमूल कांग्रेस के सांसदों और नेताओं के खिलाफ स्टिंग अॉपरेशन का मामला आचार समिति के पास भेज दिया है। इस स्टिंग में नेताओं को पैसे लेकर एक कंपनी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। पश्चिम बंगाल में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी की पार्टी के नेताओं के खिलाफ हुए इस स्टिंग से हंगामा बढ़ता जा रहा है। ममता विरोधियों को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया है।

राज्यसभा में स्टिंग का मसला उठाते माकपा नेता सीताराम येचुरी
राज्यसभा में स्टिंग का मसला उठाते माकपा नेता सीताराम येचुरी

माकपा ने इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाते हुए जेपीसी के गठन की मांग की है। राज्यसभा में इस स्टिंग को लेकर लेकर बुधवार को जोरदार हंगामा हुआ। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि हमारे सदस्य पैसा लेते पकड़े गए हैं। इसलिए या तो आप जांच के लिए सदन की कमेटी बनाइए या फिर सरकार जांच के आदेश दे। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मसले पर केंद्र की भाजपा सरकार और तृणमूल के बीच मैच फिक्सिंग चल रही है। आखिर सरकार जवाब क्यों नहीं दे रही है।

यह स्टिंग नारद न्यूज नाम की वेबसाइट की तरफ से जारी किया गया था। तृणमूल कांग्रेस स्टिंग को फर्जी बताते हुए उसे करने वाले पत्रकार मैथ्यू सैमुअल पर सवाल उठा रही है। तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि जिन लोगों ने ये किया उनकी क्या विश्वसनीयता है। मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कहना चाहता हूं कि इस कंपनी के जरिए चुनाव के पहले विदेश से पैसा आ रहा है। इनके कॉल रिकॉर्ड चेक करिए। जिस दिन ये वीडियो जारी किया गया है उसी सुबह इसे जारी करने वाले ने दुबई में पांच बार बात की।

वेबसाइट की तरफ से जारी स्टिंग में तृणमूल के 12 नेताओं पर पैसे लेने का आरोप लगाया गया है। इनमें सांसद मुकुल रॉय, सुल्तान अहमद और सौगत रॉय जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। लोकसभा में टीएमसी के पांच सांसदों पर कथित स्टिंग में पैसे लेने का आरोप लगाया गया है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जांच के लिए इस मामले को आचार समिति को भेज दिया है। वहीं मुख्य चुनाव आयुक्त पहले ही पूरे मामले की जांच कराने की बात कह चुके हैं।