राजधानी में एक पूर्व सैनिक के जहर खाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि मृतक पूर्व सैनिक वन रैंक-वन पेंशन मुद्दे पर सरकार के फैसले से संतुष्ट नहीं था। जिसके चलते मृतक और उनके कुछ साथी सोमवार से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे।

मृतक पूर्व सैनिक का नाम रामकिशन ग्रेवाल था। रामकिशन हरियाणा के रहने वाला था। पुलिस के मुताबिक, रामकिशन वन रैंक-वन पेंशन मुद्दे पर सरकार के फैसले से असहमत था। जिसकी वजह से वह अपने कुछ साथियों के साथ सोमवार से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे था।

परिजनों की माने तो मंगलवार दोपहर रामकिशन अपने साथियों के साथ अपनी मांगों को लेकर रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर से मिलने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही रामकिशन ने जहर खा लिया। आनन-फानन में रामकिशन को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान रामकिशन की मौत हो गई।

बता दें कि रामकिशन ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। ग्रेवाल ने नोट में लिखा कि,’मैं अपने देश, मातृभूमि और जवानों के लिए अपने प्राण न्योछावर कर रहा हूँ।’ वहीं रामकिशन के छोटे बेटे ने बताया कि उसके पिता ने खुद इस बात की सूचना उसे फोन पर दी थी।

वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि, इसका मतलब प्रधानमंत्री जी झूठ बोल रहे हैं की OROP लागू कर दिया। OROP लागू हो जाता तो राम किशन जी को आत्महत्या क्यों करनी पड़ती?