ओपिनियन पोस्ट
नोएडा । दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में स्थानीय एक छात्र की हत्या के बाद नाइजीरियाई छात्रों पर हमले से मामला अब धीरे -धीरे गर्माता जा रहा है। एक तरफ नोएडा के वाशिंदे और संस्थाएं स्थानीय गुर्जर छात्र की हत्या के आरोप में नाइजीरियन छात्रों की जल्द गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए है। दूसरी तरफ नाइजीरियन छात्र व उनका दूतावास भी अपने देश के छात्रों के साथ मारपीट और हमले की घटनाओ पर सामने आ गया है । यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए कहा कि इसकी उचित जांच की जाएगी और जितनी जल्दी हो सके केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेज दी जाएगी।
वहीं नाइजीरियाई हाइकमीशन के अधिकारियों ने अस्पताल का दौरा कर घायलों का हालचाल पूछा। इस दौरान अस्पताल प्रशासन ने अधिकारियों की पूछताछ का पूरा जवाब दिया। अपने देश के अधिकारियों के सामने पीड़ित छात्रों ने भारतीयों की पिटाई का दर्द बयां किया।
बता दें कि सोमवार शाम 5 अलग-अलग जगहों पर नाइजीरियाई छात्रों को जमकर पीटा और उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ तक की। मामले के बिगड़ता देख विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने अफ्रीकी स्टूडेंट्स पर हमले की घटनाओं पर उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने पांच हमलावर छात्रों को गिरफ्तार किया है ।
भड़का गुस्सा: छात्र की मौत पर नाइजीरियन को पीटा, लाठीचार्ज
विदेशी छात्रों में से एक ने मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए सुषमा को ट्वीट किया था और कहा था कि नोएडा में रहना अब जीवन को खतरे में डालने वाला मुद्दा बनता जा रहा है। सुषमा ने कहा, केन्द्र सरकार तुरंत कदम उठा रही है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने उन्हें इस दुभार्ग्यपूर्ण घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
क्या है पूरा मामला
nigerion-1दरअसल, किरनपाल सिंह के बेटे मनीष खारी की मौत के मामले में पड़ोस में रहने वाले नाइजीरियन युवकों पर अगवा करके ड्रग्स देकर हत्या करने का आरोप है। किरनपाल ने कासना कोतवाली में पांच नाइजीरियन उस्मान अब्दुल कादिर, मोहम्मद शाकिर, सईद कबीर, अब्दुल उस्मान, सईद अबू वकार के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया, लेकिन रविवार को पुलिस ने नाइजीरियन नागरिकों के दबाव में आकर आरोपियों को छोड़ दिया।
पुलिस की कार्यप्रणाली और नाइजीरियन युवकों के बढ़ते आतंक के विरोध में सोमवार को स्थानीय लोगों ने एसएसपी और डीएम कार्यालय का घेराव किया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हत्यारोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की गई। पुलिस पर आरोप लगाया कि नाइजीरियन नागरिकों के दबाव में आकर आरोपियों को छोड़ दिया गया। एसएसपी धर्मेंद्र सिंह ने चार दिन का समय मांगा है।
विदेशी नागरिकों के सत्यापन की मांग
गोल्डन फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए ने शहर के सभी सेक्टर में रहने वाले विदेशी नागरिकों के सत्यापन की मांग की है। फेडरेशन के अध्यक्ष देवेंद्र टाइगर एडवोकेट ने बताया कि अधिकांश विदेशी नागरिक शहर के विभिन्न सेक्टरों में रहे हैं, लेकिन पुलिस इनका सत्यापन नहीं करती है।
100 नंबर पर कॉल के बाद पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
मनीष के पिता किरनपाल सिंह का आरोप है कि शाम के समय जब मनीष गायब हुआ तो उन्होंने 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को घटना की जानकारी दी थी। पुलिस को बताया था कि उनके बेटे का नाइजीरियन युवकों ने अपहरण कर लिया है, लेकिन पुलिस ने रात के समय लापरवाही बरती।
मनीष को जन्मदिन पर दी गई श्रदांजलि
27 मार्च को मनीष का जन्मदिन था। सोमवार की शाम को उसको श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया तो माहौल और भी अधिक गमगीन हो गया। रविवार को भी तीन नाइजीरियन छात्रों को पीटा गया
लोग छात्र के मौत के बाद से गुस्से में है। रविवार को भी स्कूटी सवार तीन युवकों ने नाइजीरियन छात्रों के साथ मारपीट की है। नाइजीरिया मूल के सूरज अब्दुल्ला एक कॉलेज से बीटेक कर रहे हैं। सूरज अब्दुल्ला ने बताया कि वह दोस्त अमीनू के साथ रविवार रात 09 बजे पूर्वांचल हाइट्स में रहने वाले दोस्त के कमरे से खाना खाकर आ रहे थे। सोसाइटी से कुछ पहले एक स्कूटी पर सवार तीन युवकों ने उन्हें रोका और जमकर पीटा। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।