जलवा @2019
पूरा पैसा वसूल हो गया. जमकर चौके-छक्के लगे. एक से एक झक्कास लंतरानियां, बिंदास बोल. जुबान साफ करने वाले खुद…
नया भारत नया नजरिया
पूरा पैसा वसूल हो गया. जमकर चौके-छक्के लगे. एक से एक झक्कास लंतरानियां, बिंदास बोल. जुबान साफ करने वाले खुद…
मेरे दिमाग में तो विकास की कई योजनाएं हैं. वैसे आप क्या चाहते हैं, आदेश करें, मैं तो आपका सेवक…
आपका भी कोई विरोधी हो सकता है भाई? आप तो लोकप्रिय, जनप्रिय एवं सर्वप्रिय चिंतक हैं देश के, मैंने बटरिंग…
देश के सियासी गलियारों में मौसमी वेलेंटाइंस की चहलकदमी बढ़ गई है, जहां ‘रोज-चॉकलेट’ नहीं, बल्कि मनपसंद सीट-पद आदि प्रेम…