अहमदाबाद। सर्जिकल स्ट्राइक पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मुद्दे पर कभी विपक्ष तो कभी केंद्र सरकार के मंत्री बयान देकर विवाद को हवा दे रहे हैं। इस बार फिर दो बड़े मंत्रियों ने बड़ा बयान दिया है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सर्जिकल स्ट्राइक की सफलता का श्रेय राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ से मिले प्रशिक्षण को दिया तो गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक को पाकिस्तान के खिलाफ नहीं, आतंकियों के खिलाफ बताया है।

विपक्ष ने रक्षा मंत्री के बयान की कड़ी निंदा की है। पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि इस तरह के बयान से सेना का मनोबल टूटता है।

दरअसल, गुजरात के अहमदाबाद में अपनी ‘सेना को जानिए’ कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ट्रेनिंग को दिया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के राज्य से प्रधानमंत्री हैं तो मार्शल रेस के राज्य गोवा से रक्षा मंत्री, ऐसे में सर्जिकल स्ट्राइक की सफलता के लिए जिम्‍मेदार इस समीकरण के पीछे आरएसएस की ट्रेनिंग ही थी।

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि उड़ी हमले के बाद सोशल मीडिया पर हमारे प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री पर लोगों ने कई सवाल खड़े किए थे। फिर सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने लगे। उन्होंने कहा, ‘कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें कितने भी सबूत मिलें, वे मानते नहीं हैं।’

अहमदाबाद में निरमा यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘नो योर आर्मी’ में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने छात्रों को खास डेमो भी दिया। उन्होंने छात्रों को बताया कि कैसे सरहद पर जवान देश की रक्षा करते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से सेना की ओर से युवाओं को जानकारी देने को लेकर कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि देश के युवाओं को अपनी सेना के बारे में पूरी जानकारी मिल सके।